- पानी की टांकी चार साल से बनकर तैयार है शासन प्रशासन सुधि लेने को तैयार नही
- भारी संख्या में रहिवासी तेज धूप में मजबूर होकर कॅरोना काल मे सड़क पर किया प्रदर्शन
- अंबरनाथ पूर्व स्थित पाले गांव में बिल्डरों द्वारा गंगन चुम्बी इमारत विगत आठ सालों से नगरपरिषद की मिलीभगत से बना रहे है। पानी सड़क का कोई रूपरेखा न होने के बाबजूद आज भी बिल्डिंगों का निर्माण जारी है, जिस पर कोई रोक नही है। जिसे लेकर नगरपरिषद की भूमिका संदेह के घेरे में है।
रिपोर्ट : प्रमोद कुमार
ठाणे : अंबरनाथ पूर्व स्थित पाले गांव में बिल्डरों द्वारा विगत आठ सालों गगन चुम्बी इमारतों का निर्माण किया जा रहा है ।जिसमे लाखों की संख्या लोग रह रहे है ।औऱ लोग बोरिंग की पानी और टैंकर की पानी पर आश्रित है। बिल्डरों द्वारा सब्जबाग दिखाकर और पानी की टांकी दिखाकर कर ऊँचे दामो पर फ्लैट को बेच दिया,आबादी बढ़ने के साथ ही लोगो पानी की किल्लत महसूस हुई,आलम यह है कि जहाँ बोरिंग का स्रोत सुख गया वही टैंकर का महंगा पानी भी लोगो के पहुच से दूर होता गया।अब लोग पानी के एक एक बूंद के तरस रहे है ,और गंदा व बदबूदार पानी लोग उपयोग में लेने के लिये के मजबूर है।
दिनक 27 मई को लोगो का सब्र का इंतहा हो गया और कड़ी धूप में भारी संख्या में अंबरनाथ मनसे शहर उपाध्यक्ष अजय पाटिल के नेतृत्व में सड़क पर आकर बिल्डरों के खिलाफ प्रदर्शन किया।मामला बिगड़ता देखकर
अंबरनाथ शिवाजीनगर के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ने मौके पहुचकर कॅरोना काल हवाला देते हुए आश्वासन दिया कि आप सब बिल्डरों के खिलाफ शिकायत दर्ज करो जो भी दोषी मिलेगा कठोर करवाई करेगे।
गौरतलब हो कि भारी संख्या में बन रही गगन चुम्बी इमारतों को बनाने के लिये जो नियम है,उसे नगरपरिषद द्वारा अनदेखा करना सन्देह के घेरे में है।कि बिना पानी और सड़क के प्लान पास कैसे हो रहे जो कि जांच का विषय है।जिस पर त्वरित करवाई करते हुए इस प्रक्रिया को रोका जाय नही आने वाले दिनों स्थिति और भयावह हो जायेगी।