– सलिल पांडेय
दसों दिशाओं में नज़र जाने के बाद आखिर कबीर रोए तो क्यों रोए?
1- कोरोना के इलाज का अपर्याप्त इंतजाम देखकर।
2- वैक्सीन की दोनों डोज के बाद रुखसत होते लोगों को देखकर।
3- न्यायालय-परिसरों में गूंजते नरसंहार और हत्या जैसे शब्द सुनकर।
4- बिना किसी रिसर्च के वैक्सिन गुरु की स्वयंभू उपाधि लेते देखकर।
5- बीमारी और मृतकों के आंकड़ों में बाजीगरी का हल्ला सुनकर।
6- महामारी का मुकाबला ताली-थाली जैसे ‘टोना-टोटका’ से होते देखकर।
7- लाशों पर राजनीति की चलती शतरंजी चालों को देखकर।
8- काम की नहीं ‘मन की बात’ सुनकर।
9- इमेज बनाने-बिगाड़ने में जुटे प्रचारकों को देखकर।
10- विश्व में अपने देश की छीछालेदर देखकर।