रिपोर्ट : निर्णय तिवारी
छतरपुर, (म0प्र0) : किसान क्रांति मध्य प्रदेश के द्वारा 5 मई को किसानों की एक महापंचायत की गई जिसमें डा.सुनीलम मुलताई पूर्व विधायक, महेश दत्त मिश्रा पुर्व विधायक जोहरा (मुरेना) आराधना भार्गव छिंदवाड़ा, दिलीप शर्मा छतरपुर, बलराम पटेल छिन्दवाड़ा, मानसिंग चोरिया छिन्दवाड़ा, रमन शर्मा छतरपुर एवं ग्रामीण किसान मौजूद रहे। दिलीप शर्मा ने स्वास्थ्य समस्या पर चर्चा करते हुए बताया किसान ही नहीं बल्कि मध्यमवर्ग भी और पैसे वाला व्यक्ति भी कोरोना जैसी महामारी से अपना बचाव नहीं कर पा रहा है। कोरोना जैसी महामारी के इतनी तेजी से फैलते हुए भयंकर संक्रमण से लोग ग्रसित हो रहे हैं एवं सरकार इसे रोकने में पूर्णत: असमर्थ हो गई है। सरकार अब प्रशासन की मदद लेकर इन मामलों को दबाने की कोशिश कर रही है साथ ही किसानों द्वारा तैयार की गई फसलों को अभी तक कोई स्थान नहीं मिला है।
आज भी किसान सोसायटी के बाहर आ ट्रैक्टरों में अपना अनाज एवं फसल लिए हुए वह खड़ा है एवं अपने रजिस्ट्रेशन का इंतजार कर रहा है। इतनी भयंकर बीमारी फैलने के बावजूद भी किसान अपने उत्पादन की हुई फसल को बेचने में असमर्थ है जिसका प्रशासन पूर्णत: जिम्मेदार है। साथ ही बाहर से आए हुए लोगों का ठीक से चेकअप भी नहीं किया जा रहा एवं संक्रमण का खतरा अब गांव में भी नजर आ रहा है। शहर में बढ़ते हुए कोरोना को लेकर प्रशासन द्वारा अनुचित ही लोगों को परेशान किया जा रहा है, लोग अपने जरूरी काम से भी निकलने को घबरा रहे हैं। ऐसे में हमारे किसान अपना अनाज लिए हुए सोसाइटी के बाहर खड़े हैं। ऑक्सीजन की लगातार कमी होने से अब ऑक्सीजन सिलेंडर एवं कोरोना की मिलने वाली दवाई की कीमत आसमान छूने लगी है, कहीं-कहीं तो इसकी बहुत ज्यादा शॉर्टेज बताई जा रही है लेकिन इसकी कालाबाजारी कर इसे ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है। जिस पर सरकार किसी प्रकार का कोई भी एक्शन नहीं ले पा रही है। इस प्रकार की वर्तमान में सरकार की लापरवाही हजारों लोगों की मौत की जिम्मेदार है इस प्रकार के मामलों को देखते हुए सभी लोगों ने दिलीप शर्मा की बात को सुनकर एक फैसला लिया कि सरकार के कार्यों को देखते हुए सरकार को एक आवेदन लिखा जाएगा जिसमें किसानों की तरफ से सरकार से निवेदन किया जाएगा की किसानों की समस्याओं एवं इस प्रकार की कालाबाजारी पर निश्चित कार्यवाही की जाए।