मिर्जापुर, (उ.प्र.) : जिला मुख्यालय पर स्थित मंडलीय अस्पताल में व्याप्त लापरवाही और भ्रष्टाचार पर भाजपा के नगर विधायक रत्नाकर मिश्र ने क्षोभ जताया। उन्होंने कहा कि उनके चुनाव एजेंट रहे नारायण अग्रवाल को कई बार कहने पर भर्ती किया। कोविड के मरीज की हालत गम्भीर होने के बाद भी उन्हें वेंटीलेटर नहीं दिया गया। उनकी चार बजे भोर में मौत होने के बाद भी जब उन्होंने आठ बजे फोन किया तो बताया गया कि वह ठीक है।
इतना ही नहीं मरीज की मौत के बाद उनके शव को परिवार के लोगों से उठवा कर पैक कराया गया। किट की कोई व्यवस्था नहीं थी। सुरक्षा के सारे उपाय ताक पर रख दिया गया। इसके बाद शव को उनके परिवार को दे दिया गया। सुरक्षा और मेडिकल के किसी जानकार को साथ में नहीं लगाया गया। मंडलीय अस्पताल में लापरवाही और लूट खसोट की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री से करने की बात कहते हुए उनका दर्द छलक आया।
भाजपा के नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्र ने बताया की उनके चुनाव अभिकर्त्ता रहे 54 वर्षीय नारायण जी अग्रवाल की हालत खराब होने पर उनका इलाज़ चल रहा था। जांच में कोविड पाजिटिव निकला। 15 अप्रैल को उनकी तबीयत अधिक खराब होने पर सीएमओ से कई बार वार्ता किया। तब कहीं जाकर मरीज को अस्पताल में अंदर लिया गया। अस्पताल में लेने के बावजूद मरीज का समुचित इलाज नहीं हुआ। कहने पर दो डाक्टर देखने गए थे। आज सुबह 4 बजे के करीब उनकी मृत्यु हो गई। सुबह 8 बजे के आसपास जब मैंने फोन किया गया तो बताया गया कि वह ठीक है।
बिना इलाज़ मरीज को मौत के मुंह में ढकेल दिया गया। प्रदेश सरकार की मंशा पर सीेएमओ पानी फेर रहे है। अस्पताल में लूट खसोट की जानकारी मिलने पर कई बार मैंने उनसे शिकायत किया। इसके बाद भी अबतक कोई कार्रवाई न करना उसमे उनकी संलिप्तता दर्शाता है। कोविड के पेशेंट की मौत के बाद उनके परिवार के लोगों से बॉडी को पैक कराया गया । बिना किसी सुरक्षा के बॉडी परिवार को सौंप दी गई। यह लापरवाही किसी प्रकार से क्षम्य नहीं है। अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार और लापरवाही की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री से किया जाएगा।