– वीरेन्द्र बहादुर सिंह (लेखक मनोहर कहानियां एवम् सत्य कथा के संपादकीय विभाग में कार्य कर चुके है)
एक समय था, जब हर पिता चाहता था कि उसका बेटा उसकी जिम्मेदारी संभाले। उसकी अपेक्षा अधिक से अधिक ऊंचाई हासिल करे। उसके क्षेत्र में उससे भी बहुत आगे निकल जाए। पर अब समय बदल गया है। आज पिता केवल अपने बेटे के लिए ही नहीं, अपनी बेटी के लिए भी यही उम्मीद करने लगा है। इक्कीसवीं सदी में महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत दिखाई है। इसके पीछे इसी तरह के उम्दा विचार रखने वाले पिताओं की ही अहम भूमिका है।
यह पिता की लगन और इच्छाशक्ति का ही नतीजा है कि आज उस पिता के लिए इससे अधिक खुशी और गर्व की बात क्या होगी कि उसकी बेटी उसी के नक्शे कदम पर चल कर न केवल कामयबी हासिल कर रही है, बल्कि उससे भी एक कदम आगे निकल जा रही हैं। ऐसा ही कुछ जनवरी महीने में आंध्रप्रदेश में पुलिस विभाग में देखने को मिला।
आंध्रप्रदेश में पुलिस विभाग में सीआई के पद पद पर तैनात श्याम सुंदर ने जब अपनी डीएसपी बेटी को सैल्यूट किया तो गर्व से उनका सीना चौड़ा हो गया। इसके बाद दिल को छू लेने वाली यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो लोगों ने उसे हाथोहाथ लिया।
3 जनवरी, 2021को आंध्रप्रदेश पुलिस ने तिरुपति में पुलिस ड्यूटी मीट 2021 का आयोजन किया था। जिसका उद्घाटन डीजीपी गौतम सवांग ने किया था। इसी कार्यक्रम में भाग लेने आई पुलिस अफसर बेटी को देख कर सीआई पिता भावुक हो उठे थे।
वाई जेसी प्रशांति 2018 बैच की राज्य लोक सेवा आयोग की पुलिस अधिकारी हैं। इस समय वह आंध्रप्रदेश के जिला गुंटूर दक्षिण (शहर) में डीएसपी के पद पर तैनात हैं। तिरुपति में आयोजित पुलिस ड्यूटी मीट 2021 में प्रशांति की भी ड्यूटी लगी हुई थी। प्रशांति के पिता श्यामसुंदर तिरुपति कल्याणी डेम के नजदीक स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में सीआई हैं।सीआई श्यामसुंदर की भी ड्यूटी पुलिस ड्यूटी मीट में लगी थी।
पुलिस ड्यूटी मीट में बेटी को ड्यूटी करते देख सीआई श्यामसुंदर चौंके। बेटी को डीएसपी की वर्दी में देख कर वह बहुत खुश हुए, साथ ही गौरवान्वित भी। सीआई श्यामसुंदर ने अन्य पुलिस अफसरों के साथ डीएसपी बेटी को सैल्यूट तो किया ही, साथ ही यह भी कहा कि ‘नमस्ते मैडम’। जवाब में डीएसपी बेटी प्रशांति ने भी पिता को सैल्यूट करने के साथ आशीर्वाद भी लिया। वहां आए पुलिसकर्मी बाप-बेटी को इस तरह सैल्यूट करते देख भावुक हो उठे।
यह सब ऐसे ही नहीं संभव हुआ। इसके लिए आंध्रप्रदेश के रहने वाले और पुलिस विभाग में नौकरी करने वाले श्यामसुंदर की इच्छाशक्ति है। उनके घर जब बेटी का जन्म हुआ तो वह उदास या निराश होने के बजाय बहुत खुश हुए। उन्होंने उसी समय तय कर लिया कि वह बेटी को खूब पढ़ालिखा कर आगे बढ़ाएंगे। वह अपनी बेटी जेसी प्रशांति को अक्सर राउंड पर जाते समय साथ ले जाते। उस समय वह बेटी को गर्व से अपने कार्य और फर्ज के बारे में समझाते। पिता को मिलती सलामियां देख कर भविष्य में उसके लिए भी ये पल आए, इस तरह का सपना प्रशांति के बालमन में बैठ गया। पुलिस वर्दी को मिलता मान और सम्मान, इसके अलावा लोगों की सेवा करने का मिलता मौका प्रशांति को पुलिस सेवा की ओर आकर्षित किया। अपने कार्य को निष्ठापूर्वक और ईमानदारी से करने की वजह से पिता ही बेटी के रोल मॉडल बने।
बारहवीं में अच्छे नंबर आने की वजह से प्रशांति को इंजीनियरिंग कालेज में दाखिला मिल गया। फिर भी उसके दिल में अपने पिता की तरह पुलिस की नौकरी कर के देश और जनता की सेवा करने की भावना बनी रही। अपनी इंजीनियरिंग की पढाई पूरी करने के बाद प्रशांति सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी करने लगी। जब बेटी की इच्छा की जानकारी श्यामसुंदर को हुई तो इस क्षेत्र में महिला कर्मचारी के रूप में बेटी के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में उसे बताया। शुरुआत में श्यामसुंदर का मन थोड़ा हिचका, परंतुु तुरंत ही उन्होंने अपना मन बदला, क्योंकि उन्हें विश्वास था कि उनकी बेटी किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने में सक्षम है। उसके बाद तो बेटी का सपना उसके बाप का भी सपना बन गया। हमेशा बेटी की इच्छा पूरी करने और बेटी को आगे बढ़ने की प्रेरणा देने वाले पिता ने प्रशांति को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के उसके विचार को प्रोत्साहित करने लगे। खूब मेहनत और तैयारी के बाद प्रशांति ने सन 2018 में आंध्रप्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन ग्रुप एक की परीक्षा पास कर ली।
इसके बाद आंध्रप्रदेश के पुलिस विभाग में डीएसपी के रूप प्रशांति का चयन हो गया। अपने ही विभाग में उच्च अधिकारी के रूप में बेटी की नियुक्ति हो जाए, इससे विशेष और गर्व की बात एक पिता के लिए और क्या हो सकती थी। अपनी बेटी के लिए गर्व का अनुभव करने वाले पिता श्यामसुंदर का कहना है कि उनकी बेटी उन्हीं के विभाग में उच्च अधिकारी है। उसने यह जो उच्च स्थान प्राप्त किया है, वह उसकी मेहनत का फल एवं मां-बाप का आशीर्वाद है। प्रशांति का भी यही मानना है। उसका कहना है कि ‘आई होल्ड हाई रैंक, बट इन लाइफ माई फादर होल्ड्स हायर रैंक…’
फिलहाल वाई जेसी प्रशांति पिता के आदर्शों का अनुसरण करते हुए अपना कार्यभार बखूबी निभा रही हैं।वह गुंटूर जिले में डीएसपी के रूप में अपना फर्ज निभा रही हैं। जबकि उसके पिता श्यामसुंदर तिरुपति कल्याणी डेम के नजदीक के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में सर्किल इंसटेक्टर के रूप में अपना फर्ज निभा रहे हैं। पिता और पुत्री एक ही विभाग में काम करते हैं, फिर भी इसके पहले एक बार भी ऑन ड्यूटी एकदूसरे के आमनेसामने नहीं हुए थे। पिछले 26 सालों से पुलिस विभाग की सेवा में लगतार जुड़े श्यामसुंदर की इच्छा थी कि उनके रिटायर होने के पहले उन्हे बेटी के साथ काम करने का मौका मिले।
56 वर्षीय श्यामसुंदर की इच्छा पूरी करने वाला अविस्मरणीय क्षण आया 2021 के जनवरी की 4 से 7 तारीख के दौरान जब पहली पुलिस मीट ‘आईजीएनआईटीई’ का आयोजन किया गया। जिसमें पूरे राज्य के पुलिस विभाग में सेवा देने वाले कर्मचारियों को शामिल होना था। इसमें वाई जेसी प्रशांति की ड्यूटी वहां की व्यवस्था देखने में लगी थी। उसमें अन्य कर्मचारियों के साथ पुलिस मीट में भाग लेने श्यामसुंदर भी आए थे। उन्होंने सफलतापूर्वक ड्यूटी कर रही अपनी बेठी प्रशांति को देखा। पुलिस विभाग का एक प्रोटोकाल होता है कि जब भी ड्यूटी पर अपने से बड़ा अधिकारी सामने आ जाता है तो निश्चित ही उस अधिकारी को आदर सहित सैल्यूट करना होता है। उसी प्रोटोकाल के अनुसार अन्य कर्मचारी प्रशांति को सैल्यूट कर रहे थे। उन्हीं के साथ श्यामसुंदर ने भी गर्व से डीएसपी बेटी प्रशांति को सैल्यूट किया। उस समय उनके चेहरे पर अपनी बेटी के इस मुकाम पर पहुंचने का अपार संतोष झलक रहा था। अपने पिता को सैल्यूट करते देख पहले तो प्रशांति थोड़ा सकुचाई। उसने पिता से कहा भी कि वह उसे सैल्यूट न करें। पिता का सीना तो अपनी ही बेटी को अपने अधिकारी के रूप में देख कर गज भर का हो चुका था। उन्होंने एक अधिकारी की तरह उसे सम्मान देते हुए सैल्यूट करते हुए कहा, “नमस्ते मैडम।”
इसके बाद बेटी ने भी पिता के इस कृत्य का आदर करते हुए उनके सम्मान में सैल्यूट किया। इस धन्य पल के जो साक्षी बने, वे पिता और पुत्री के इस सम्मानयुक्त संबंध को सम्मान के साथ देखते रहे। तमाम लोगों ने इस ऐतिहासिक पल को कैमरे में कैद कर लिया। जिसमें अपनी बेटी को सैल्यूट करते पिता के चेहरे की खुशी और गर्व साफ देखा जा सकता है। उस फोटो को आंध्रप्रदेश पुलिस डिपार्टमेंट ने ट्विटर पर डालते हुए लिखा-‘आंध्रप्रदेश पुलिस 1स्ट ड्यूटी मीट ब्रिंग्स ए फैमिली टूगेदर।’
कैमरा में कैद आंध्रप्रदेश पुलिस की पिता और पुत्री की यह अद्भभुत तस्वीर सचमुच प्रेरणादायक है, जो तमाम पिताओं को अपनी बेटियों के स्वप्न पूरा करने और बेटियों को इस स्थान तक पहुंचने का आह्वान करती है। जिससे पिता बेटी पर गर्व का अनुभव कर सकें और कह सकें- “मेरी बेटी मेरा अभिमान।”