रिपोर्ट : आशुतोष गुप्ता
मीरजापुर, (उ.प्र.) : ऑनलाइन दर्शन कराने को लेकर विन्ध्यवासिनी मन्दिर के गर्भगृह में कैमरा लगाने को लेकर विगत दो दिनों से पण्डासमाज व जिलाप्रशासन आमने सामने खड़ा है । दी दिनों में दोनों पक्षों से लोग आपस मे कई बैठक किये , पर अभी तक एकमत नही हो सके । एक ओर जिलाप्रशासन के तरफ से विन्ध्य विकास परिषद के सचिव नगर मजिस्ट्रेट विनयकुमार सिंह कहना है कि वर्तमान समय में देश , विदेश के श्रद्धालुओं की माँग है कि अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों की तरह माँ विन्ध्यवासिनी का दर्शन को ऑनलाइन कर सभी भक्तों के लिए सुलभ कर दिया जाय । इस व्यवस्था से बयोवृद्ध आशक्त श्रद्धालु जो वर्षो से दरबार आते रहे है , अब लाचार है वो घर बैठे ही माँ का दर्शन कर सकते है । ऑनलाइन दर्शन से युवा पीढ़ी भी इस दरबार से जुड़ेगी । चूंकि यहाँ तीर्थपुरोहितों , स्थानीयों के साथ साथ आने वाले दर्शनार्थी भी दूर दराज बैठे अपने लोगों को वीडियो कॉलिंग कर माँ का दीदार कराते है , अगर प्रशासन ऑनलाइन दर्शन की सुविधा मुहैया कराता है तो इससे किसी को परहेज नही होना चाहिए ।
इस व्यवस्था को लागू करने के पश्चात आगामी एक वर्ष में ही यहाँ श्रद्धालुओं के आगमन में कम से कम पाँच गुना वृद्धि हो जाएगी । जिसके फलस्वरूप यहाँ के प्रत्येक वर्ग के लोगों का विकास होना सुनिश्चित है । कुछ लोगों ने भ्रम पैदा कर रखा है कि इस व्यवस्था से पण्डा समाज के लोगों के अस्तित्व को खतरा है । भारत के तमाम बड़े धार्मिक स्थलों में यह व्यवस्था संचालित है । वहीं दूसरी तरफ पण्डा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी का कहना है कि इस ऑनलाइन व्यवस्था से मन्दिर की मर्यादा का हनन होगा । मन्दिर के गर्भगृह में कई ऐसी व्यवस्थाएं है जिनको सार्वजनिक नही करना चाहिए । इस व्यवस्था को लागू करने से पूर्व आम तीर्थपुरोहितों को विश्वास में लेना आवश्यक है । फ़िलहाल गुरुवार की दोपहर एक बार पुनः दोनों पक्षों का संवाद होने की संभावना है ।