आरपीएम को 2 सप्ताहों में कोविड-19 वार्ड में सक्षम करने के लिए, 30 से अधिक अस्पतालों ने डोझी के साथ साझेदारी की
मुंबई : कोविड-19 में वृद्धि के तहत अधीन महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के सबसे प्रभावित राज्यों के अस्पताल अब कोविड-19 मरीजों को सेवा प्रदान करने के लिए रिमोट मरीजों के निरीक्षण समाधानों की ओर मूड चुके है। कॉन्टैक्टलेस मरीजों के निरीक्षण समाधानों (आरपीएम) में प्रथम अन्वेषक डोझी अब भारत में भी 150 से अधिक अस्पतालों को 2 मिनट से भी कम समय में बेड को आईसीयू ( ICU ) में बदलने के लिए मदद कर रहा है और आईसीयू ( ICU ) के बाहर वाले मरीजों के रिमोट निरीक्षण को सक्षम बना रहा है। पिछले 2 सप्ताहों में, 30 से अधिक अस्पतालों ने भारत भर में डोझी के साथ साइन अप किया है और वर्तमान में 4000 से अधिक कोविड-19 उच्च निर्भरता यूनिट (एचडीयु) बेड का लगातार संस्थागत सेटिंग्स में निरीक्षण किया जा रहा है। डोझी ने अस्पतालों के भीतर एक मरीज निरीक्षण सेल को स्थापित किया है, ताकि 24×7 ऑन-ग्राउंड समर्थन और सतर्कता बढ़ाई जा सके। आईजीएमसी- नागपुर और ईएसआईसी -बेंगलुरु में यह केंद्र मौजूद हैं और यह अन्य कई अस्पतालों के साथ काम कर रहे है, जो इस सप्ताह संचालन शुरू कर रहे है।
डोझी द्वारा सक्षम मरीज निरीक्षण सेल सभी मरीजों पर ध्यान रखने में मददगार है और किसी भी वृद्धि में डॉक्टरों और नर्सेस को सतर्क करते है। बढ़ते मामलों और अस्पताल में बढ़ रहे दाखिलों के साथ स्टाफ और बेड की कमी के चलते अस्पताल परेशान हैं। इन केंद्रों पर डोझी ने एक समर्पित संसाधन तैनात किया है, जो डॉक्टरों को प्राथमिकता देने और गंभीर मरीजों की निगरानी करने में मदद करेगा। यह आवश्यक डेटा के साथ सही समय पर प्रत्येक मरीज के आंतरिक अंगों पर डॉक्टरों की मदद करेगा और और उन्हें आवश्यक कार्य करने में सक्षम बनाएगा।
भारत एक स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहा है, अपनी दूसरी लहर के साथ हर दिन वायरस का संक्रमण ऊंचाई छू रहा है और देश भर के अस्पतालों को इंटेंसिव सेवा बेड की आपूर्ति के चलते चिंता में डाल रहा है। बेड की कमी से निपटने हेतु और निरंतर निगरानी और उपचार की आवश्यकता वाले मरीजों का प्रभावी इलाज करने के लिए अस्पताल अब रिमोट मरीज निरीक्षण को अपना रहे है, ताकि कोरोना वायरस प्रकोप की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ाई लड़ सके।
डोझी प्रो अस्पतालों के लिए एक कॉन्टैक्टलेस मॉनिटर है और एआई पावर्ड ट्राइएजिंग सिस्टम की सुविधा प्रदान करता है, जो मरीज के हृदय की गति (प्रति घंटे १०० से अधिक बार) ,श्वसन दर और स्लीप एपनिया जैसे अन्य नैदानिक मापदंड, मरीज के संपर्क में आए बिना मायोकार्डियल परफॉर्मेंस मैट्रिक्स को यह लगातार और सटीक निगरानी में सक्षम बनाता है। यह एक औद्योगिक ग्रेड कॉन्टैक्टलेस सेंसर, कम्युनिकेशन पॉड और क्लाउड-आधारित मरीज की निगरानी उपकरण के साथ आता है, जिसमें एआई-पावर्ड ट्रिपिंग सिस्टम है, जो वास्तविक समय में शरीर के आंतरिक अंगों को कैप्चर करता है और उन मरीजों के लिए चौबीस घंटे निगरानी प्रदान करता है ,जिन्हे पहले मैन्युअल रूप से केवल हर कुछ घंटे के लिए ही निगरानी प्रदान की जाती थी। डोझी प्रो एक विस्तारणीय मंच की सुविधा भी प्रदान करता है, जहाँ यह एसपीओ२ ( SPO2 ) सेंसर जैसे अन्य उपकरणों के साथ एकीकृत है।
डोझी प्रो प्रति सेकंड 250 डेटा नमूने कैप्चर करता है और हर 30 सेकंड में रीडिंग प्रदान करता है। मरीज डेटा की यह लगातार स्ट्रीम, मरीज के बिगड़ते स्वास्थ्य को जल्दी पता लगाने के साथ चिकित्सा स्टाफ की सहायता करता है और गंभीर होने से पहले से सेवा टीम को किसी भी असामान्यताओं के बारे में सूचित करता है। डॉक्टर्स और स्वास्थ्य सेवा टीम केंद्रीयकृत मरीज मॉनीटर से मरीजों के स्वास्थ्य की दूर से निगरानी कर सकता हैं, जहाँ सैकड़ों मरीजों का वेब- डैशबोर्ड से और मोबाईल फोन एप्प से भी निरिक्षण किया जा सकती है। कस्टम अलर्ट को हर मरीज पर डाला जा सकता है, जिससे डॉक्टरों को उपचार योजनाओं का अनुकूलन करने, बिगड़ते मरीजों पर ध्यान केंद्रित करने और बेहतर सक्रिय सेवा प्रदान करने में मदद मिलती है।
भारत में बनी, डोझी को 98.4 % चिकित्सा ग्रेड सटीकता के साथ सफल नैदानिक परीक्षणों के बाद, एनआईएमएचएएनएस और श्री जयदेव संस्थान में 1000 से अधिक विषयों के साथ लॉन्च किया गया है। अस्पतालों में इसके इस्तेमाल के अलावा, डोझी स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को मरीजों के आतंरिक अंगो के संकेत दूर से मॉनिटर करने, घर से अपडेट और स्वास्थ्य बिगड़ने वाले अलर्ट पहुंचने और अस्पताल के बाहर से अन्य सेवा सेटिंग्स की अनुमति भी प्रदान करता है। समाधान में पोस्ट-डिस्चार्ज, आउट पेशेंट सेटिंग्स और अस्पताल-स्तरीय घर से सेवा सेटिंग्स में मरीजों के लिए एक एकीकृत प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली का समावेश है। डोझी प्रो वास्तविक समय डेटा और अलर्ट के साथ नैदानिक स्वास्थ्य बिगड़ की शुरुआती पहचान को सक्षम करना में मरीजों, उनके परिवार के सदस्यों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं की मदत करता है।
डॉ. वैशाली शेलगाँवकर- एसोसिएट प्रोफेसर और एचओडी, डिपार्टमेंट ऑफ़ अनेस्थेसिया, इंदिरा गांधी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, नागपुर ने कहा की- ” संपूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रणाली बढ़ते मामलो के साथ परेशा है और पहली लहर की तुलना में इस बार यह तेजी से बढ़ रहा है। देश में 2 मिलियन अस्पताल के बेड और केवल 100,000 आईसीयू बेड्स उपलब्ध है। प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ के कमी के साथ, इस चुनौतीपूर्ण समय में सभी मरीजों के स्वास्थ्य पर लगातार ध्यान रखना असंभव है, खास कर आईसीयू के बाहर। हमने स्टाफ की सुरक्षा करते हुए, डोझी आरपीएम को अपनाया है, ताकि मरीजों के प्रबंधन में मदद हो सके जिन्हे लगातार निगरानी की आवश्यकता है। डोझी 150 से अधिक मरीजों की एक समय पर निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और आईसीयू में 200 से अधिक मरीजों की समय पर स्थानांतरण में मदद की है। ”
श्री मुदित दंडवते -सीईओ और सह-संस्थापक, डोझी ने कहा की- “बड़े पैमाने पर दूसरी लहर फैलने के साथ, अस्पताल अब कोरोना वायरस प्रकोप से निपटने में मदद करने के लिए आरपीएम और नई एआई प्रौद्योगिकियों को अपना रहे हैं। रिमोट मरीज निरीक्षण विशेष रूप से कोविड के दौरान व्यक्ति के संपर्क में आने के जोखिमों को कम करता है, स्टाफ की कमी का प्रबंधन करता है और लोगों को चिकित्सा परामर्श के पारंपरिक रूपों के विकल्प प्रदान करता है। हम अपनी प्रौद्योगिकी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में स्वास्थ्य कर्मियों और मरीजों की सुरक्षा के लिए अस्पतालों के साथ मिलकर काम कर रहे है। “