- यह ऑल-इंडियन रोस्टर पेरिस में मुख्यालय वाले ईस्पोर्ट्स ऑर्गेनाइजेशन का यूरोप के बाहर पहला विस्तार और मोबाइल ईस्पोर्ट्स में पहला उपक्रम है
- टीम वाइटेलिटी ने अपने पहले ऑल-इंडियन मोबाइल ईस्पोर्ट्स रोस्टर की घोषणा की
- नई कॉल ऑफ ड्यूटी मोबाइल टीम मुंबई में प्रशिक्षण शुरू कर चुकी है
- एशिया और उससे आगे वैश्विक विस्तार करने की ऑर्गेनाइजेशन की लगन की पुष्टि हुई
मुंबई : अग्रणी वैश्विक ईस्पोर्ट्स ऑर्गेनाइजेशन, टीम वाइटेलिटी भारत में ईस्पोर्ट्स के लिये अपनी प्रतिबद्धता के हिस्से के तौर पर अपने पहले कॉल ऑफ ड्यूटी मोबाइल (सीओडीएम) रोस्टर की घोषणा करके खुश है। नई टीम का नेतृत्व आरव “मोंक’’ नारंग कर रहे हैं और उसमें अरमान “मूनस्कोप’’ धरनी, प्रियांक “डेथ’’ बिराजदार, अक्षन “एर्गोन’’ मधानी, समर्थ गणेश “जोकोस’’ घाडगे और समृद्ध “सैम्स’’ घाडगे का एक ऑल-इंडियन रोस्टर है। इस टीम के कोच होंगे अनुभवी सीओडी प्लेयर हरनूर “टॉक्सी‘’ मुतनेजा। इनका मैनेजमेंट कंटेन्ट क्रियेटर मेल्सन ‘’मेल्लो’’ मिरांडा करेंगे।
टीम वाइटेलिटी के कॉल ऑफ ड्यूटी मोबाइल (सीओडीएम) रोस्टर में अच्छी तरह स्थापित ईस्पोर्ट्स प्लेयर्स और उभरते टैलेंट का एक संतुलित मिश्रण है। टीम कैप्टन और इन-गेम-लीड मोंक को भारत के सर्वश्रेष्ठ फ्रैजर्स में से एक माना जाता है। मूनस्कोप दुनिया के दूसरे सर्वश्रेष्ठ स्निपर चुने गये हैं और उन्हें ‘भारत का स्निपिंग किंग’ कहा जाता है। जोकोस और सैम्स ‘प्रख्यात सीओडीएम ट्विंस’ हैं, जिन्होंने पिछले 4 महीनों में भारी सफलता पाई है। 155 से ज्यादा किल्स के साथ जोकोस लोको इंडिया कप के शीर्ष फ्रैजर थे। एर्गोन और डेथ ने भी पिछले कुछ महीनों से भारतीय ईस्पोर्ट्स में धूम मचा रखी है।
इस अवसर पर टीम वाइटेलिटी के सीईओ निकोलस मॉरर ने कहा, ‘’भारत में हमारा लक्ष्य एक ईस्पोर्ट्स टीम शुरू करने का था, जिसकी अपनी अनोखी पहचान हो और जिसमें टीम वाइटेलिटी के प्रमुख मूल्य हों। इस रोस्टर से हम बहुत खुश हैं, क्योंकि उनके पास नंबर 1 टीम बनने के लिये सही कुशलताएं और क्षमता है और हम एक बिलकुल नई कैटेगरी में अपनी छाप छोड़ने का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। हम उनकी प्रगति के हर चरण में उनका पूरा सहयोग करेंगे और हमें यकीन है कि इस टीम को भारत और दुनियाभर के प्रशंसकों से भी भारी समर्थन मिलेगा। कॉल ऑफ ड्यूटी मोबाइल टीम यूरोप से बाहर अपनी मौजूदगी का विस्तार करने की दिशा में पहला कदम है और ईस्पोर्ट्स की दुनिया को जीतने के हमारे उद्देश्य के अनुसार है। यह वाइटेलिटी के इतिहास को दोहराने का भी एक बहुत अच्छा तरीका है, जिसकी शुरूआत वर्ष 2013 में कॉल ऑफ ड्यूटी फ्रैंचाइज के साथ हुई थी।”
जमीनी स्तर पर टैलेंट को खोजने के अपने मिशन पर खरा उतरते हुए टीम वाइटेलिटी समानांतर रूप से एक पैन-इंडिया टैलेंट हंट की योजना भी बना रही है, ताकि कई रोस्टर्स में नये टैलेंट को ढूंढकर प्रशिक्षित किया जा सके। ऐसे रोस्टर्स, जिन्हें यह ऑर्गेनाइजेशन इस देश में बनाना चाहता है।
टीम वाइटेलिटी में 34 मिलियन यूरो का निवेश करने वाले वेंचर फंड Rewired.gg के प्रिंसिपल अमित जैन ने कहा, ‘’हमें खुशी है कि हमारे पास ऐसी टीम है, जिसमें देश के विभिन्न भागों से आने वाला ईस्पोर्ट्स टैलेंट है। इसके अलावा, अब भी बड़े पैमाने पर ऐसा टैलेंट छुपा हुआ है, जिसे हमारे अनुसार अपनी कुशलता दिखाने और टीम वाइटेलिटी का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलना चाहिये। इसलिये मैं इस टीम के लिये व्यक्तिगत रूप से बहुत रोमांचित हूं, जो मेरे हिसाब से दुनिया पर छा जाएगी और भारत को गर्वान्वित करेगी। हम महत्वाकांक्षी प्रतिभा को खोजने के अवसर तलाशना जारी रखेंगे, ताकि उनकी जिन्दगी को बदलने वाले मौके बना सकें।”
टीम वाइटेलिटी इंडिया के जनरल मैनेजर रैंडाल फर्नांडेज़ ने कहा, ‘’टीम वाइटेलिटी के पहले ऑल-इंडियन ईस्पोर्ट्स रोस्टर को लेकर बहुत सारा रोमांच है, लेकिन परफॉर्मेंस के हिसाब से हम पर भारी दबाव भी है कि हम यूरोप की टीमों को टक्कर दें। भारत और पेरिस में हमारी टीमें प्लेयर्स के समग्र प्रशिक्षण, शारीरिक और मानसिक फिटनेस, सुविधा और पोषण के किसी भी पहलू में समझौता नहीं करेंगी और एक परिवार की तरह हर संभव तरीके से उन्हें सहयोग देंगी। मुझे विश्वास है कि हमारी टीम जल्दी ही भारत में सर्वश्रेष्ठ बनेगी।”
टीम वाइटेलिटी अब दस टाइटल्स में दस ईस्पोर्ट्स टीमों को ऑफिशियली फील्ड करेगी, क्योंकि उसे प्रतिस्पर्द्धी उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है। वर्ष 2020 में इस ऑर्गेनाइजेशन ने अपने प्रतिस्पर्द्धी खेलों में नौ टाइटल्स और कुल 8 एमवीपी अवार्ड्स जीते थे।
टीम वाइटेलिटी का नया रोस्टर आने वाले महीनों में क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कॉल ऑफ ड्यूटी मोबाइल टूर्नामेंट्स में भाग लेगा। आप टीम वाइटेलिटी इंडिया के इंस्टाग्राम पर उनके अपडेट्स को फॉलो कर सकते हैं।