रिपोर्ट : बृजेश गोंड
मीरजापुर, (उ.प्र.) : महाशिवरात्रि पर जिगना क्षेत्र के बदेवरा ग्राम स्थित बाबा बदेवरा नाथ धाम मे पचास हजार से भी अधिक श्रद्धालु भक्तों ने जलाभिषेक व दर्शन-पूजन किया। लड्डू ईंख बेर भांग धतूरा समी व बेल-पत्र चढ़ाकर परिवार की कुशलता के लिए मनौती मांगी। गुरुवार को चार बजे भोर से ही हर-हर महादेव के जयघोष से मंदिर परिसर गुंजायमान रहा। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस व पीएसी के जवान तैनात किए गए थे।
पुजारी महेन्द्र गिरी ने बताया कि भोर मे ही भोलेनाथ का फूलों से भव्य श्रृंगार के उपरांत आरती-पूजन किया गया। उसके बाद दर्शनार्थियों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिया गया। सुबह होते ही पांच सौ मीटर लंबी कतार लग गई। कोरोना संकट को देखते हुए गर्भ गृह की बेरीकेडिंग की गई थी। ऐसे मे भक्तों ने अर्घा के समीप पहुंचकर जलाभिषेक व दर्शन-पूजन कर स्वयं को कृतार्थ किया।
लोक मान्यता है कि बदेवरा धाम मे हवन कुंड की भभूत मलने से गठिया बतास जैसे असाध्य रोगों से मुक्ति मिल जाती है। हवन कुंड की भभूत इकट्ठा करने के लिए भक्तजन परेशान रहे। दो किलोमीटर के दायरे मे फैले मेले मे घरेलू उपयोग के सूप चलनी मूसल बेलन डलिया दउरी सहित बांस व काठ के सामानों की खूब खरीदारी की गई। बिसारती सामानों व खिलौने की दुकानों पर काफी चहल-पहल रही।
थाना प्रभारी प्रणय प्रसून श्रीवास्तव दल बल के साथ मेला क्षेत्र मे चक्रमण करते रहे। धवनि विस्तारक यंत्र से खोए हुए बच्चों बुजुर्गों व महिलाओं की सूचना प्रसारित किया गया। एक प्लाटून पीएसी के अलावा फायर ब्रिगेड के जवानों को भी तैनात किया गया था। हरगढ़ गांव स्थित विमलेश्वर महादेव मंदिर मे भी काफी संख्या मे भक्तों ने दर्शन – पूजन कर पूण्य अर्जित किया।