~ जस्टडायल के सह-संस्थापक रमणी अय्यर ने अपना नया उद्यम
मुंबई : देश के डिजिटाइजेशन को एक बड़ा पुश देते हुए जस्टडायल के सह-संस्थापक रमणी अय्यर ने अपना नया उद्यम ‘स्पाइक’ लॉन्च किया है। यह एक स्मार्टफोन पावर बैंक रेंटल सर्विस है। अय्यर एक दूरदर्शी उद्यमी हैं, जिन्होंने जस्टडायल सहित कई भविष्य के कारोबारों की सह-स्थापना और नेतृत्व किया है। अब स्पाइक को दुनियाभर में सबसे बड़ी स्मार्टफोन पॉवर बैंक रेंटल सर्विस कंपनी के रूप में स्थापिक करने के मिशन मोड पर हैं। केवल 6 महीनों में स्पाइक ने भारत में सबसे व्यापक स्मार्टफोन पावर बैंक रेंटल नेटवर्क हासिल किया है। पूरे भारत में 11 शहरों में 8,000 स्थानों पर इसका नेटवर्क है।
वर्तमान में स्पाइक बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता, कोयम्बटूर, चंडीगढ़, लखनऊ, जयपुर और पुणे में है। कंपनी शीघ्र विकास कर रही है और जल्द ही कई और शहरों को सूची में जोड़ने की योजना बना रही है। मेट्रो स्टेशन, सिनेमा, कैफे, मॉल, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, कॉरपोरेट ऑफिस, टेक-पार्क, होटल, यूनिवर्सिटी और हॉस्पिटल्स जैसे हाई-फुटफॉल वाले क्षेत्रों में इसकी तैनाती प्रमुख रूप से है। लोग किसी भी स्पाइक पार्टनर आउटलेट पर जा सकते हैं। उस पर क्यूआर कोड स्कैन कर पॉवर बैंक किराए पर ले सकते हैं। इसके पॉवर बैंक सभी माइक्रो-यूएसबी, टाइप सी और ऐप्पल-सर्टिफाइड लाइटनिंग केबल्स के साथ प्रयोग करने में आसान हैं। एक बार उपयोग करने के बाद, पॉवर बैंक को निकटतम स्पाइक स्टेशन पर वापस किया जा सकता है।
अय्यर एक जुनूनी उद्यमी हैं, जिन्होंने न केवल 1.8 बिलियन डॉलर मूल्य वाली जस्टडायल बनाने में मदद की है, बल्कि अपने स्वयं की फिलोसॉफी दिखाने के लिए कई स्टार्ट-अप की मेंटरिंग भी की है। वे अब स्मार्टफोन पावर बैंक रेंटल इंडस्ट्री में एक ग्लोबल कंपनी होने के लिए स्पाइक के विजन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। यह एक तेजी से बढ़ता सेग्मेंट है और अगले कुछ वर्षों में इसका बाजार 15 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है। स्पाइक का लक्ष्य बाजार में सबसे बड़ी हिस्सेदारी हासिल करना है, वहीं ‘डिजिटल इंडिया’, और ‘स्टार्टअप इंडिया’ सहित भारत की अन्य आकांक्षाओं का उत्साह बढ़ाना है।
श्री रमणी अय्यर ने बताया कि, ‘मैं भारत में अवसरों और रुझानों को लेकर बेहद आशावादी हूं। तीन बड़े रुझान इस उद्योग को मजबूत मजबूती प्रदान कर रहे हैं। डिजिटल / प्रौद्योगिकी समाधानों को अपनाने में भारत बहुत खुला है। भारतीय युवा तेजी से ‘शेयरिंग इकोनॉमी’ अपना रहे हैं। तेजी से बढ़ता स्मार्टफोन कंज्यूमर बेस। और अब, पिछले वर्ष फोन के उपयोग पर दोगुना समय खर्च करने के साथ स्मार्टफोन की बैटरी पर दबाव पहले से कहीं अधिक है। ऐसे में स्पाइक काम आता है, स्पाइक का उपयोग करते हुए किसी को कभी भी बैटरी खत्म होने के झंझट से नहीं निपटना पड़ेगा। इसीलिए, 6 महीनों में हम 3500 पार्टनर्स और 8000+ चार्जिंग स्टेशनों के साथ, भारत में सबसे बड़ा पावर रेंटल का व्यवसाय बनने के लिए तेजी से भारत के 11 शहरों में फैल गए हैं।’