जल निगम कर्मचारियों के 18वें दिन के धरने में हुआ मार्मिक बयान
– सलिल पांडेय
मीरजापुर, (उ.प्र.) : मुख्यमंत्री जी, कमिश्नर साहब, डीएम साहब ! हमारा परिवार भूखा है, बीमार सदस्यों की दवा नहीं हो पा रही, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई बाधित हो रही आदि पारिवारिक समस्याओं के समाधान की मार्मिक मांग लेकर अभाव खण्ड उ0 प्र0 जल निगम के कार्यालय पर 18 दिनों से सिर्फ ईंट से बनी जमीन पर बैठकर 7 महीनों से वेतन न मिलने के कारण धरनारत अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक ने ईंट से ईंट बजाने का एलान किया है। इस धरने में मृतक आश्रित पदों पर नौकरी पाए नई उम्र के लोग भी दिखाई पड़ रहे थे तो लंबी अवधि से सेवानिवृत्त होकर चल-फिर पाने में असमर्थ पेंशनधारक भी मौजूद रहे क्योंकि इन लोगों का पेंशन भी नहीं मिल रहा।
धरना में मार्मिक अपील : शुक्रवार, 5 मार्च को खुले आकाश में सूर्य की तल्ख होती किरणों के बीच बैठे आंदोलनकारियों के जो बयान हो रहे थे वह बड़े मार्मिक थे। इन बयानों को यदि द्वापर युग के योगेश्वर श्रीकृष्ण सुनने आ जाते तो जो हालत मित्र सुदामा को देखकर उनकी हो गई थी, वहीं हालत होती।
क्या खाएं, कैसे जिएं, कोई तो बता दे : धरनास्थल पर कर्मचारी नेता मो अशफाक जब बोलने आए तो उनके बयान ‘शब्दभेदी बाण’ की तरह निकलने लगे। बोले- ‘महंगाई डिस्को डांस कर रही है। झोली खाली है। दुकानदार एकाध महीने की उधारी दे सकता है। ऐसे हालात में हम क्या करें?’
इसके बाद अभाव खण्ड के सहायक अभियंता अरविंद ने गीतों और गज़लों के माध्यम से पीड़ा का ओवरहेड टैंक ही बना दिया। उन्होंने स्वरचित कविता- अपना देश निराला है, यहां बहुत घोटाला है, …घोटालों में घोटाला है, जब सुनाई तब कर्मचारी मुख्यमंत्री से लेकर हर जिम्मेदार आफिसारस से न्याय दीजिए, न्याय दीजिए का उद्घोष करने लगे। श्री अरविंद ने कहा कि वाजिब मांग के लिए कड़े संघर्ष की परीक्षा देनी होगी।
स्थानीय जलनिगम में लंबे दिनों से हर संघर्ष में दरी बिछाकर बैठने में आगे रहने वाले कर्मचारी नेता महंथ सिंह अपनी ललकार तरंगों के जरिए लखनऊ पहुंचाने के लिए उद्यत थे।
आवाज़ पहुंची भी : पूरे प्रदेश में चल रहे आंदोलन की गूंज उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन के प्रांतीय सचिव आशीष कुमार यादव तक पहुंच ही गई। उसी बीच उनका फोन आया। तकनीकी विभागों के आंदोलनों के विशेषज्ञ सचिव श्री आशीष यादव ने आश्वस्त किया कि वे इस आंदोलन में भी कूदेंगे।
धरना में सहायक अभियंता ऋषिकेश कर्मचारी नेता आशुतोष आदि सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।