वाराणसी, (उ.प्र.) : उत्तर प्रदेश शासन की उच्च प्राथमिकता वाले कार्यक्रम मिशन शक्ति के तहत राजकीय महाविद्यालय जाखिनी, वाराणसी द्वारा आयोजित ऑनलाइन संगोष्ठी को “बालिकाओं/महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य संबर्धन हेतु मानसिक परामर्श” विषय पर मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए डॉ मनोज कुमार तिवारी वरिष्ठ परामर्शदाता ए आर टी सेंटर, एसएस हॉस्पिटल, आईएमएस, बीएचयू ने कहा कि मिशन शक्ति के तीन मुख्य उद्देश्य हैं नारी सुरक्षा, नारी सम्मान एवं नारी स्वावलंबन। इन तीनों लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु छात्रों/महिलाओं को भय रहित वातावरण मिलना अति आवश्यक है बिना भयमुक्त वातावरण के महिलाएं अपनी क्षमताओं का सदुपयोग करने में सक्षम नहीं होती है। छात्राओं को अपनी योग्यता को पहचान कर उसे विकसित करना चाहिए। मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं जैसे घबराहट बेचैनी बिना कारण भय उच्च स्तर का तनाव अनिद्रा वह अन्य को व्यावहारिक व्यवस्थापन के द्वारा व्यवस्थित किया जा सकता यदि ने समय से व्यवस्थित न किया गया तो इससे अनेक शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं जैसे सिर दर्द, पाचन संबंधी, तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्या हो सकती है।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ उमाशंकर गुप्ता ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि मनोवैज्ञानिक परामर्श व्यक्ति के क्षमताओं से परिचित कराता है ताकि वह समाज में अपना सर्वोत्तम योगदान दे सके। संयोजक मिशन शक्ति प्रो अजय कुमार वर्मा ने कहा कि मिशन शक्ति महिलाओं में आत्मविश्वास जागृत करने में सफल साबित हो रही है। मिशन शक्ति की आयोजन सचिव डॉ स्वर्णिम घोष ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि मनोवैज्ञानिक परामर्श छात्राओं के मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है।
संगोष्ठी में शामिल छात्राओं ने प्रश्नों के माध्यम से अनेक शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य संबंधी कठिनाइयों एवं भ्रांतियों का निवारण प्राप्त किया उन्होंने खुलकर व्यक्तिगत समस्याओं की भी चर्चा किया। स्वागत भाषण डॉ आभा गुप्ता तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो. संजय भारती ने किया।