रिपोर्ट : संदीप श्रीवास्तव
मीरजापुर, (उ.प्र.) : विंध्याचल स्थित पुरानी वीआईपी मार्ग पर स्थित पकरीतर के पास पानी पंप सेट परिसर में सोमवार की दोपहर 12:30 बजे से लेकर 2:00 बजे तक विंध्याचल क्षेत्र के समस्याओं को समाधान के लिए नगर पालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने कैंप लगाकर लोगों की समस्या सुने तथा उनके निराकरण के लिए त्वरित कार्रवाई हेतु विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया।
नगर पालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल विंध्य क्षेत्र आयोजित कार्यक्रम के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष का स्वागत युवा राका मिश्रा ने माल्यार्पण कब का स्वागत एवं सम्मान किया। तत्पश्चात क्षेत्र की समस्याओं के बारे में सुना ज्यादातर साफ सफाई को लेकर अपनी अपनी फरियाद लेकर पहुंचे थे। जिसके निस्तारण के लिए अपने विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल्द ही विंध्याचल क्षेत्र की साफ सफाई व्यवस्था की जाए। इंद्र प्रसाद मिश्रा बताया कि विंध्याचल में प्रतिदिन साफ सफाई होती है, लेकिन कूड़ा उठाने में देर होती है, जिसके लिए कूड़ा करकट फैलता है।
निखिल खत्री ने बताया कि मोती झील नई बस्ती में साफ सफाई की व्यवस्था नहीं रहती है गलियों में भी साफ सफाई की व्यवस्था की जाए। लक्ष्मण निषाद ने बताया कि तिवारी पुरवा गांव में सकरी गली होने के कारण बस्ती में नाली जाम रहती है। जिसके कारण बीमारी फैलने की संभावना बनी रहती है। सावित्री देवी बताया कि चामुंडा देवी मंदिर के पास कूड़ा करकट फैला रहता है तथा आने जाने वाले आम नागरिक एवं श्रद्धालुओं को परेशानी होती रहती है। जबकि नियमित साफ-सफाई नगर पालिका प्रशासन कराती रहती है फिर भी कूड़ा करकट फैला रहता है।
इस दौरान नगर पालिका ईओ ओम प्रकाश, कर निर्धारण अधिकारी अरविंद शुक्ला, जेई सुनील मौर्या, जेई अंजली यादव, मुख्य सफाई निरीक्षक पंकज श्रीवास्तव, सफाई निरीक्षक आशीष कुमार, सुदर्शन, बाबू भंडारी, राना मिश्रा, शिवम मिश्रा आदि सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
मीडिया से भी हुए रूबरू
नगर पालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि विंध्य क्षेत्र में अमृत योजना के दौरान गलियों में कार्य होने के कारण साफ सफाई में बाधा उत्पन्न हो रही है अमृत योजना कार्य पूर्ण होते ही साफ सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से शुरू कर दी जाएगी, विंध्य कारिडोर योजना के अंतर्गत ध्वस्तीकरण कार्य के दौरान मां विंध्यवासिनी मंदिर के आसपास टूटी फूटी नालियां हो चुकी हूं जल्द ही मरम्मत कार्य शुरू कर दी जाएगी। 18 जनवरी से लेकर 25 फरवरी तक 38 वाडो का निरीक्षण का दौर चल रहा है पूरा होते ही विकास कार्य फिर से शुरू कर दिया जाएगा।