
दो वर्षों से यहां के बाजार में रह रहे हैं बंदर, महिलाओं व बच्चों पर करते हैं हमला
रिपोर्ट : बृजेश गोंड
मीरजापुर, (उ.प्र.) : जंगल में पानी व जीवनोपार्जन की कमी से जंगली बंदरों ने दो वर्षों से ड्रमंडगंज बाजार में पड़ाव डाल दिया है। लंगूर भी अब बाजार में आ गए हैं। बंदरों के आतंक से पिछले दो वर्षों से ड्रमंडगंज बाजार के लोग परेशान हैं।घर का सामान नष्ट करने के अलावा बंदर महिलाओं व बच्चों पर आयेदिन हमला कर रहे हैं। वनविभाग कार्यालय ड्रमंडगंज में इसकी कई बार शिकायत की गई किंतु वनविभाग के कर्मचारी केवल यह कहकर पल्ला झाड़ ले रहे हैं कि बाजारवासी पटाखा फोड़कर बंदरों को भगा दें।
बाजारवासियों का कहना है कि यदि वनविभाग की ओर से जंगल में बंदरों के लिए हौदा बनवाकर पानी की व्यवस्था कर दी जाय और समय-समय पर जंगल में बंदरों के लिए भोजन की व्यवस्था वनविभाग करता रहे तो बंदर जंगल में ही रहेंगे। प्रभागीय वनाधिकारी का ध्यान ड्रमंडगंज बाजार में रह रहे बंदरों की ओर आकर्षित कराया गया है।