रिपोर्ट : आशुतोष गुप्ता
मीरजापुर, (उ.प्र.) : देश को सामाजिक विषमताओं से बचाने का काम बहुत जरूरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की योजनाओं से दलितों का सशक्तिकरण हो रहा है। पहली बार दलितों के लिए समग्र विकास का एजेंडा लेकर सरकार आई है। ये बातें मिर्जापुर के सर्किट हाऊस में उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने कही है। वह मिर्जापुर में हाशिए के समाज की महिलाओं को विभाग द्वारा संचालित टेलरिंग शॉप योजना के तहत सिलाई मशीन वितरित कर रहे थे।
डॉ. निर्मल ने आगे कहा कि उज्ज्वला गैस योजना, स्वच्छ भारत मिशन, आवास और आयुष्मान योजना के सबसे बड़े लाभार्थी वंचित समाज के लोग हैं। यह महिलाओं के सशक्तिकरण का युग है। यदि महिला आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होगी तो वह समाज भी आत्मनिर्भर होगा। हाथ से मैला उठाने का काम सबसे अधिक महिलाएं करती थीं। हाथ से मैला उठाए जाने का काम पूरे देश में लगभग खत्म हो गया है। यह प्रथा मुगल काल से चली आ रही थी। ये काम कौन समाज कर रहा था ? इसे बताने की जरूरत नहीं है। कांग्रेस की सरकारों ने इसे खत्म करवाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए। प्रदेश की सरकारें भी उदासीन रहीं और दलित समाज इस कलंक को ढोने के लिए मजबूर रहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलितों के अपमान की इस प्रथा पर विराम लगाया है। हाथ से मैला उठाने वाले कर्मियों के नियोजन का प्रतिषेध और उनका पुनर्वास अधिनियम-2013 प्रदेश में प्रभावी होने के उपरांत प्रदेश के 45 जनपदों के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में 37, 379 स्वच्छकारों को चिन्हित कर 128.11 करोड़ की धनराशि उनके खाते में उपलब्ध करवाई गई तथा स्वच्छकारों को 3.51 करोड़ रुपए अनुदान की धनराशि उपलब्ध कराकर वैकल्पिक रोजगार में लगाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर घर में शौचालय का निर्माण कर अमीर हो या गरीब सभी के घर में इज्जत घर का सपना पूरा किया। ऐतिहासिक महाकुंभ मेले में सफाई कर्मचारियों के पैर धोकर ये संदेश भी दिया कि सम्मान सभी का होना चाहिए। जो दिन-रात हमें स्वच्छ और स्वस्थ रखने के लिए काम करते हैं, उनके ऊपर हमें गर्व होना चाहिए। जब प्रधानमंत्री ने इतिहास में पहली बार सफाई कर्मचारियों के पैर धोकर उन्हें सम्मानित किया।
हर वर्ष बाबा साहेब आंबेडकर की जयंती और महापरिनिर्वाण दिवस मनाया जाता है। सरकारें आती और चली जाती हैं, लेकिन बाबा साहेब के पंचतीर्थ को बचाने और उसे विश्व पटल पर लाने का काम किसी ने किया तो केवल नरेंद्र मोदी ने किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर को वैश्विक सम्मान दिलवाया। लन्दन स्थिति डॉ. आंबेडकर का आवास नीलाम होने से बचाकर उसे स्मारक के रूप में विकसित किया। डॉ. आंबेडकर से जुड़े पंच तीर्थों यथा जन्मस्थल महू, शिक्षा स्थल 10 किंग्स हेनरी रोड लन्दन, दीक्षा स्थल नागपुर, निर्वाण स्थल 26, अलीपुर रोड दिल्ली और चैत्यभूमि मुंबई को भव्य स्मारकों का स्वरूप दिया।
इसी प्रकार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर की फोटो को प्रदेश के सभी कार्यालयों में लगवाया और प्रदेश में दलित उत्पीड़न पर दोषियों के विरूद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्यवाही की। इतना ही नहीं दलितों के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए योजनाएं चलाकर उन्हें रोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। यह काल दलितों के लिए स्वर्णिम युग है।