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Mirzapur : भ्रांतियों को करे दूर तभी खत्म होगा कुष्ठ रोग, 13 फरवरी तक चलेगा अभियान

रिपोर्ट : तपेश विश्वकर्मा

मीरजापुर, (उ.प्र.) : कुष्ठ रोग को खत्म करने के लिए जिले में सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 13 फरवरी तक कुष्ठ रोग अभियान के तहत लोगों का स्क्रीनिंग व उनका उपचार किये जाने का काम विभाग व कुष्ठ रोग की टीम करेगी।

जिला कुष्ठ रोग अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर आर0पी0मिश्र ने बताया जिले में 30 जनवरी से 13 फरवरी तक स्पर्श कुष्ठ रोग अभियान के तहत सभी स्वास्थ्य व उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्तियों को ईलाज व उनको मुफ्त में दवा भी दिया जायेगा। समाज में कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता ब़ढ़ाने और समाज के अन्दर फैली भ्रान्तियों को दूर करने के लिए विभाग ने यह अभियान घर-घर जाकर कुष्ठ रोगी को खोजने के लिए चला रहा है। शनिवार को अपने आफिस में उपस्थित टीम के सदस्यों को कुष्ठ रोग के विषय में विस्तारपूर्वक बताया। जिले में अभी तक 142 कुष्ठ के रोगी पाये गये हैं।

कुष्ठ रोग कार्यक्रम समन्वयक सुशील त्रिपाठी ने कहा कि कुष्ठ रोगियों के साथ उनके रिश्तेदारों व पास पड़ोस के लोगों को भी जागरूक करने का कार्य करें। यह रोग न तो खानदानी है न ही अभिशाप है। यदि समय से इस रोग का जांच व इलाज किया जाए तो इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। कुष्ठ रोगियों के साथ किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव न करें। बल्कि समाज को कुष्ठ जैसे रोग से मुक्त कराने का संकल्प ले। यह अभियान 13 फरवरी तक चलेगा । इसमें किसी तरह की लापरवाही पाये जाने पर विभाग उसको दण्डित करने का कार्य करेगी। अभी तक कुष्ठ मरीजों को 195 एमसीआर, 65 लोगों को सेल्फ केयर किट, 256 लोगों को कुष्ठ रोग से मुक्त सम्बन्धी प्रमाण पत्र बांटा जा चुका है।

कार्यक्रम में लगी टीम की स्थिति : कुष्ठ रोग अभियान में जिले में तैनात 104 आशा, 1161 टीम व 118 सुपरवाइजर को लगाया गया है।

कुष्ठ रोग के मुख्य लक्षण : शरीर के किसी भी भाग पर गुलाबी धब्बे आना, शरीर के किसी भी हिस्से को महसूस न कर पाना, किसी भी स्थान पर पसीना का न आना, गांठ पड़ जाना या किसी नस का जरूरत से ज्यादा कड़ा या मोटा हो जाना, यह सब कुष्ठ रोग के मुख्य लक्ष्ण है।

पांच दिनों में चार मरीज मिले : 31 जनवरी से शुरू अभियान में अभी तक चार मरीजों को चिन्हित किया गया है। उन्हें नियमित रूप से दवा का सेवन करने व साफ सफाई के प्रति प्रेरित किया जा रहा है। उन्हें किट देने के बाद बांधने के तरीके को भी बताया जा रहा है।

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