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स्मार्ट होम

– वीरेन्द्र बहादुर सिंह

महानगर में बसने और वहां घर लेने का हर आदमी का सपना होता है। अपना घर होता है तो परिवार सुखी माना जाता है। परंतु महानगर में घर लेने का सपना हर किसी का पूरा नहीं होता। घर यानी रोज की दिनचर्या के पीछे लगने वाला पूर्णविराम, जहां थोड़ी शांति मिल सके और पूरे दिन की थकान भी उतर सके। पर हमारी इच्छाओं की चाहत की लिस्ट इतनी लंगी होती है कि घर तो अपने मूल स्वरूप में रहता है, पर उसके कमरे अपना स्वरूप बदलते जाते हैं। लिविंग रूम के बाद बेडरूम धीरे-धीरे स्टोररूम बन जाता है। क्योंकि चीजों की भरमार और कम जगह की वजह से मैनेज करना मुश्किल हो जाता है। हमारे पास क्या है और कितना है, यह दिवाली पर साफसफाई करते समय पता चलता है।

पर डिजिटल युग में ऐसा इनोवेशन होता है कि विदेश में सोसायटियों की शक्लसूरत ही बदल जाती है। ऐसा ही एक प्रयोग हमारे देश में भी होे रहा है। वैसी ही एक स्मार्ट सोसायटी और होम्स तैयार हो रहे हैं दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के शहर गाजियाबाद में। अब स्मार्ट फोन, वॉच, टीवी और हैंडसेट के बाद स्मार्ट होम्स की कल्पना की गई है। अब सोचने वाली बात यह है कि ये कैसा होगा? हां, एक बात तो निश्चित है कि उसमें वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन तो जरूर होगा। क्योंकि जिस तरह घर बनाने के लिए सीमेंट की जरूरत पड़ती है, उसी तरह स्मार्ट होम्स के लिए इंटरनेट हवा में उपस्थित ऑक्सीजन के समान है।

गाजियाबाद में एक बिल्डर ग्रुप इसी तरह के फ्लैट तैयार कर रहा है, जिसमे आप शहर से बाहर भी होंगे तो आसानी से एक्सेस कर सकेंगें। इसमें किसी एक कंपनी का हाथ नहीं है। हकीकत में यह टक्नोलॉजी और डिवाइस का कॉम्बिनेशन है। जिसे वाइस अथवा अप्लिकेशन की मदद से एक्सेस किया जा सकेगा। पर इसके लिए घर का सेटअप थोड़ा अलग से करना जरूरी होगा। इसके कितनी डिवाइस चाहिए, जो समग्र घर को कंट्रोल कर सके। हां, यह टेक्नोलॉजी अभी किचन तक नहीं पहुंची।

  • क्या है स्मार्ट होम्स टेक्नोलॉजी

स्मार्ट होम्स टेक्नोलॉजी और डिवाइस का कॉम्बिनेशन है। जिसमें एक साथ टीवी, लाइट्स फैन, एसी, मीडिया प्लेयर्स, म्यूजिक प्ले, खिड़की के पर्दे, लॉक्स वगैरह इस तरह काम करते हैं, जिसे आप रोजाना नई तरह से कस्टमाइज कर सकेंगे। पर सावधान, इस सब में एक सिक्युरिटी फीचर्स होगा। जिसके लिए थोड़ा थ्यान रखना होगा। इसके लिए वाई-फाई की प्राथमिक जरूरत होगी। अच्छा इंटरनेट होगा, तभी यह सब चलेगा। बस कनेक्टिविटी टूटनी नहीं चाहिए। जब वाइस रिकॉगनाइजेशन सिस्टम से आप टीवी, लाइट्स, मीडिया प्लेयर, म्यूजिक प्लेयर, मोबाइल डिवाइस जैसी अनेक चीजें कंट्रोल कर सकेंगें।

इसके अलावा अगर घर की सोसायटी में कैमरा लगा होगा तो उसका लाइव या प्रिव्यु किसी भी स्थान से देखा जा सकेगा। भले ही आप घर से हजारों किलोमीटर दूर क्यों न होंगें। हकीकत में यह एक आडियो-विज्युअल और ऑर्टिफिसियल इंटेलिजेंस का कस्टमाइज फार्मेट है। अमेजन कंपनी की इस डिवाइस और टेक्नोलॉजी में दबदबा है। क्योंकि वह फीचर को ध्यान में रख कर लोगाें की क्या मांग है, इस चीज की उसे जानकारी है। पर सब से बड़ी और खास बात यह है कि ये तमाम एक्सेस कंट्रोल वायरलेस हैं। इतना जानने के बाद मन मेें यह सवाल उठता है कि केबल्स नहीं होगा तो इसकी कंट्रोलिंग कैसे होगी? एक शब्द में इसका जवाब है वाइस एंड गेस्यर्स।

  • देश की प्रथम स्मार्ट सोसायटी कहां बन रही है?

दिल्ली पास स्थित गाजियाबाद में तैयार हो रही है देश की प्रथम स्मार्ट सोसायटी। जिसमें हर फ्लोर और फ्लैट में सीसीटीवी दिया जाएगा। जिसके वॉशरूम और किचन में सेंसर बेस लाइट दी गई है। घर में जिस तरह एसी प्वाइंट होता है, उसी तरह यहां सीसीटीवी के प्वाइंट दिए गए हैं। इसके अलावा लाइटिंग कंट्रोल डिवाइस दिया गया है। जिसमें मात्र हैंडशेक करने से लाइट ऑन-ऑफ हो जाती है। इस स्मार्ट फ्लैट का सैम्पल हाउस हाल तैयार है। पर इसे भी कस्टमाइज्ड कराया जा सकता है। जबकि किचन में सेंसर बेस लाइट और वाटर सप्लाई दिया गया है। जिसके मास्टर बेडरूम मे माई स्मार्ट ब्लाइंड दिया गया है। इसके अलावा अभी भी ऐसे तमाम ऐप्स हैं, जिनका कस्टमाइजेशन यहां हो रहा है। यूट्यूब पर इसका एक बढ़िया वीडियो भी दिया गया है, जिसे देखा जा सकता है।

  • सिस्टम के महत्वपूर्ण फीचर्स

स्मार्ट लॉक

चाबी भूल जाने की भूल तो लगभग हर कोई भोग चुका होगा। खास कर पड़ोस मे चाबी देकर कहीं गए हों और लौटने पर पड़ोसी के घर ताला लटकता मिलता है, तो बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ता है। पर अब इससे मुक्ति मिलने वाली है। अल्ट्रालॉक नाम की कंपनी ने ऐसा लॉक तैयार किया है, जो ब्लूटुथ वीया इंटरनेट टेक्नोलॉजी से चलता है। इतना ही नहीं, आपको घर का पासवर्ड सेट करने के लिए भी सुविधा देती है। यह ब्लूटुथ, फिंगरप्रिंट और टच स्क्रीन बेस स्मार्ट लॉक है। जिसमें मात्र एक फिंगर टच करने से लॉक खुल जाता है। यह घर के चार लोगों का फिंगरप्रिंट याद रखता है। इसके अलावा पासकोड दिया गया है। लॉक का सेंसर टचप्रूफ, वाटरप्रूफ और डस्टप्रूफ है।

इसलिए एक साल बाद भी ओगे तो भी आसानी से घर का लॉक खुल जाएगा। इसके अलावा अंदर एक सोलर पैनल दिया गया है, जो हमेशा सूर्य की गरमी से चार्ज होता रहता है। स्मार्ट फोन में भी अप्लिकेशन देता है। इसलिए फोन से भी यह लॉक असानी से खुल जाता है। इसके साथ चाबी तो देता ही है। उसका अप्लिकेशन खोल कर फोन पर नॉक करेगे तो घर का दरवाजा खोल देगा। इतना ही नहीं, अंदर एक ऐसा सिस्टम है, जिसमें पूरे दिन के दौरान कौन आया, किसने दरवाजा खोला, कौन आकर वापस गया, इसकी पूरी फाइल अप्लिकेशन से देखी जा सकेगी। यानी आप शहर से बाहर हैं और किसी को घर जाना है तो चाबी की चिंता करने की जरूरत नहीं है।

♦ ईको शो

मानलीजिए कि आप बर्तन साफ कर रहे हैं और वीडियो कॉल आ गई। उस समय आपके हाथों में साबुन लगा है। आप ने कानों मेे इयर फोन भी नहीं लगा रखा, तब क्या करेगे? यहां काम करेगा ईको शो, जो अमेजन के दो बड़े डिवाइस का कस्टमाइजेशन है। ईकोडाट और ईको शो। जिसमें एक स्क्रीन और आर्टीफिसियल इंटेलिजेंस वाला स्पीकर होता है। वाइस के रेकोग्नाइजेशन से यह आपरेट होता है, जिसे आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस ऐलेक्सान कहें या रिसीव द फोन यानी वह फोन उठा कर सीधे उसका प्रिव्यु ईको शो पर देता है। यह एक आडियो-वीडियो डिवाइस है। जिसमें एक छोटी स्क्रीन और डेल-बी डिजिटल स्पीकर होता है। इसके साथ ईकोडाट कनेक्ट होता है, जो इंटरनेट और आर्टिफिसियल दोनों की सर्विस देता है। मतलब कि गाना बजाना हो तो यूट्यूब तक जाने की जरूरत नहीं पड़ती। स्क्रीन ही यूट्यूब बन जाएगी। इसके अलावा शॉपिंग करने के लिए किसी व्यवसायी से बात कर सकते हैं। आर्डर प्लेस करने से पहले वह दो बार पूछेगा। उसके बाद ईकोडाट के साथ इंटरनेट के माध्यतम से आर्डर भी प्लेस कर देगा। यह भी टच फ्री और वाइस ओवर टेक्नोलॉजी है।

♦ सिंगल क्यू

यह एक ऐसा डिवाइस है, जो किसी भी मल्टीमीडिया डिवाइस, प्लेयर, लाइट्स, एसी या ऑटो कूलर के साथ कनेक्ट होकर केंट्रोलिंग करता है। टीवी के सामने खड़े होकर ऊपर से नीचे करोगे तो वॉल्यूम कम होगा। मुट्ठी से पंजा खोलोगे तो जूम होगा। लाइट्स के सामने मात्र हाथ हिलाओगे तो डीम-फूल होगा। ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि वह हर डिवाइस की फिक्वेंसी के साथ मैच हो कर उस के कंट्रोल को टच फ्री कर देता है। इंटरनेट फिक्वेंसी और एनलॉग टंªांसमिशन को कंट्रोल मेें ले लेता है और बाद में उसे टच फ्री कर देता है। इसके अलावा वाइस रेकोग्नाइजेशन सिस्टम है, जिससे घर के दरवाजे एक आवाज के साथ बंद हो जाएंगे और अंदर चल रहा टीवी या लाइट्स आटोमैटिक ऑफ कर देगा। इसके अलावा अगर दूसरे कमरे का एसी ऑफ करना है तो उसके अप्लिेकेशन की मदद से दूसरे कमरे का एसी आसानी से ऑफ किया जा सकेगा। सिंगल क्यू किसी भी फिक्वेंसी बेस्ड डिवाइस को टच फ्री कर देता है। कोरोना काल मेें छूने से बचने के लिए यह डिवाइस वरदान साबित होगी। हकीकत मे यह इंटरनेट फिक्वेंसी और डिवाइस की रेंज पर काम करती है।

♦ माई स्मार्ट ब्लाईंडस

अक्सर ऐसा होता है कि चाहे जितना भी अच्छा पर्दा ले आएं, सूर्य की रोशनी उससे छन कर घर में आती है तो घर के अंदर गर्मी पैदा होती है। पर स्मार्ट ब्लाइंड ऐसा स्मार्ट पर्दा है, जो आटोमैटिक बाहर के तापमान के साथ सेट हो कर अंदर की हवा फिल्टर करता है। इसके अलावा इसमें टाइमर सुविधा है। इसलिए शाम को बंद नहीं करना पड़ता और सुबह खोलना भी नहीं पड़ता। सर्दी के मौसम मेें अक्सर खिड़की के कांच पर ओस जम जाती है, जिससे कांच खराब हो जाता है। पर इस पर्दे से कभी विजिबलिटी जीरो नहीं होगी।

इसके अलावा अंदर कस्टमाइज भी किया जा सकता है। इसके अलावा अंदर एक सोलर पैनल्स दिया होता है। इसलिए इसे बारबार चार्ज करने की भी जरूरत नहीं पड़ती। बस कोई सपार्क न हो इसका खास ध्यान रखना पड़ता है। इसके हुक पर दोनों ओर कोई भी चीज आसानी से लटकाई जा सकेगी। ऑटो मोड पर रखने पर यह खुद ही सब सेट कर लेता है। अगर आप शहर से बाहर गए हैं और अगर पर्दे के साथ कोई छेड़छाड़ होती है तो उसका नोटिफिकेशन मोबाइल पर आ जाएगा यानी इंटरनेट के माध्यम से इसे लॉक भी किया जा सकेगा।

(लेखक “मनोहर कहानियां” व “सत्यकथा” के संपादकीय विभाग में कार्य कर चुके है। वर्तमान में इनकी कहानियां व रिपोर्ट आदि विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती है।)

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