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New Delhi : गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्‍टर रैली, कहीं हिंसा के पीछे राजनीति तो नहीं !

रिपोर्ट : आर.के.तिवारी

नई दिल्ली : केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्‍टर रैली निकाले और इस दौरान किसान लाल किले पर पहुंच गए। दिल्‍ली की सड़कों पर हजारों की संख्‍या में मौजूद प्रदर्शनकारी किसानों से पुलिस की झड़प भी हुईं है। किसानों ने लाल किला के प्राचीर पर निशान साहिब का झंडा फहरा ही दिया। लाल किला के प्राचीर पर दीप सिद्धू ने झंडा फहराया है।

मामले में दीप सिद्धू को एनआईए ने तलब

जिसमे दीप सिद्धू ने वीडियो जारी कर खुद इस बात को स्वीकार किया है। वीडियो में दीप सिद्धू कह रहे है कि उसने निशान साहिब भी लगाया, अपना किसान झंडा भी लगाया और नारे भी लगाए। अब इस मामले में दीप सिद्धू को एनआईए ने तलब किया है। एनआईए ने सिख फोर जस्टिस मामले में यह नोटिस दिया गया है।

दरअसल आज लाल किले पर दीप सिद्धू ने केसरी रंग का एक झंडा एक व्यक्ति को थमाया जिसके बाद व्यक्ति ने लाल किले की प्राचीर पर झंडे को लहराया। लंबे वक्त से चल रहे किसानों के आंदोलन में दीप सिद्धू लाइमलाइट में आना चाहते थे इस वजह से भी उन्होंने इस तरह का काम किया है। आरोप है कि दीप सिद्धू किसानों के आंदोलन को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे थे। बता दें कि दीप सिद्धू कुछ एक पंजाबी फिल्मों में काम कर चुके हैं।

यही नहीं दीप सिद्धू का नाम अभिनेता सनी देओल के लिए चुनाव प्रचार के दौरान चुनावी एजेंट के तौर पर भी लिया जा रहा है। दीप सिद्धू कट्टर खालिस्तानी विचारधारा रखते हैं। आज दीप सिद्धू ने फेसबुक पर इस बात की जानकारी दी कि उन्होंने लाल किले की प्राचीर पर इस तरह झंडा लहराया है।

सनी देओल ने किया ट्वीट… कहा- मेरा और मेरे परिवार का कोई संबंध नहीं

इस पर बॉलीवुड एक्टर सनी देओल ने ट्वीट किया है जिसमे उन्होंने लिखा- आज लाल क़िले पर जो हुआ उसे देख कर मन बहुत दुखी हुआ है. मैं पहले भी, 6 दिसंबर को ट्वनिटर के माध्यम से यह साफ कर चुका हूं कि मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नही है।

बता दें कि सिद्धू से संयुक्त किसान मोर्चा ने किनारा किया है। वहीं दीप खुद को बालीवुड एक्टर और बीजेपी सांसद सन्नी देओल का कज़िन बताते हैं। 2019 के लोक सभा चुनाव में सनी देओल के पूरे प्रचार में वह उनके साथ होते थे। सन्नी के साथ PM को भी मिला था। हाल में PM और सन्नी देओल के साथ फ़ोटो भी वाइरल हुआ था। अब लोग इसी तस्वीर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर कर सवाल उठा रहे हैं।

ऐसे में दीप सिद्दू ने अपना एक और वीडियो जारी करके सफाई दी है कि उन पर जो आरोप लगाया जा रहा है कि लाल किले में हुई घटना के लिए वो अकेले ही जिम्मेदार है और उसने ही कुछ किसानों को भड़का कर इस घटना को अंजाम दिया है। इसपर दीप सिद्धू ये तो मान रहे हैं कि उन्होंने और उनके साथियों ने लाल किले पर निशान साहिब और किसान मजदूर एकता के दो झंडे लहराए हैं लेकिन दिल्ली में दाखिल होने वाले सभी किसानों को उन्होंने नहीं भड़काया है। बल्कि कई और किसान संगठनों के नेताओं ने भी ये पहले ही कह दिया था कि वो दिल्ली पुलिस द्वारा बताए गए रूट पर नहीं जाएंगे बल्कि रिंग रोड से लाल किले तक जाने की कोशिश करेंगे। ऐसे में बेवजह आरोप लगाया जा रहा है कि दीप सिद्धू ही इस आंदोलन को बदनाम करने की साजिश कर रहा है।

विदेशों से पैसा लेने का आरोप

प्राप्त जानकारी के मुताबिक दीप सिद्धू पर विदेशों से पैसा लेने का आरोप है। किसानों के प्रदर्शन के नाम पर पैसो का लेने देन किया गया है। लगातार खबरें आई रही थीं कि कुछ देश विरोधी ताकतें किसान आंदोलन में शामिल हैं। एनआईए इस बात की जांच कर रही है कि दीप सिद्धू को ये पैसा कहां से मिला है। फाइनेंस इंटेलिजेंस यूनिट ने भी मामले में सवाल दागे हैं। बता दें कि दीप सिद्धू ने कहा था कि वह दिल्ली के अंदर जाकर प्रदर्शन करेंगे। आज उन्होंने तय रूट से अलग दूसरा रूट लिया और पुलिस बैरिकेड तोड़ दिया और लाल किला पर पहुच गया। दीप सिद्धू पंजाबी फिल्मों में काम कर चुके हैं।

किसान कभी भी वहां जाने के पक्ष में नहीं थे

गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि दीप सिद्धू ही प्रदर्शनकारियों को लाल किले तक ले गया। किसान कभी भी वहां जानने के पक्ष में नहीं थे। गुरनाम सिंह चढूनी के अलावा स्वराज पार्टी के योगेंद्र यादव ने भी दीप सिद्धू पर आरोप लगाए हैं। योगेंद्र यादव ने कहा कि दीप सिद्धू कई दिनों से आंदोलन को भड़काने की कोशिश कर रहा था। वो भाजपा से जुड़ा हुआ है।

योगेंद्र यादव ने कहा कि दीप सिद्धू भाजपा सांसद सन्नी देओल का चुनाव मे एजेंट रह चुका है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इसकी कई तस्वीरें भी हैं। दिल्ली पुलिस को हमने इसके बारे में कई बार बताया था, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसकी तस्वीरें सामने आने के बावजूद उसे गिरफ्तार नहीं किया गया। योगेंद्र यादव ने कहा कि ऐसे में लगता है दिल्ली हिंसा के पीछे कोई साजिश है।

कांग्रेस के लोकसभा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने भी दावा किया कि वो दीप सिद्धू ही है जिसने लाल किले पर झंडा फहराया था। वो प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का सदस्य है। घटना के बाद दीप सिद्धू ने फेसबुक लाइव करते हुए दावा किया हमने लाल किले पर सिर्फ निशान साहिब ही फहराया और विरोध करना तो हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है, हमने तिरंगे को नहीं हटाया था।

बता दें कि किसानों द्वारा गणतंत्र दिवस पर निकाली गई ट्रैक्टर परेड के दौरान कई जगह पुलिस और किसानों के बीच टकराव हुआ। दिल्ली पुलिस ने कुछ अहम शर्तों के साथ किसानों को ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति दी थी, लेकिन मंगलवार की सुबह जब किसान ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचे, तो सारे नियम टूटते नजर आए। बैरिके​डिंग तोड़ते हुए प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया। पहले प्रदर्शनकारी किसानों की आईटीओ पर पुलिस के साथ झड़प हुई, इसके बाद प्रदर्शनकारी पुलिस को चकमा देते हुए लाल किले में दाखिल हो गए, जहां पर उन्होंने झंडा भी फहराया।

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