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Mumbai : पूर्वांचल के सर्वांगीण विकास को लेकर भायंदर में हुआ महामंथन

रिपोर्ट : रवि यादव

भायंदर/मुबंई : कोरोना संकटकाल में मुंबई समेत देश के विभिन्न राज्यों से अपने मुलुक उत्तर प्रदेश तथा बिहार आदि प्रांतों के प्रवासी उत्तर भारतीयों तथा बिहारियों की मची अफरा-तफरी को दृष्टिगत रखते हुए अपना पूर्वांचल महासंघ के संरक्षक तथा महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह एवं पूर्व राज्यमंत्री अमरजीत मिश्रा के मार्गदर्शन में संस्था के अध्यक्ष एड अशोक दुबे ने अपनी समूची टीम के साथ उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में अब प्रवासी उद्योगपतियों के जरिए लघु एवं मध्यम उद्योग लगाए जाने की मुहिम शुरू कर दी है, ताकि इसके जरिए वहां के युवाओं को रोजगार मिले, और उन्हें इसके लिए अन्य प्रांतों की राह न पकड़नी पड़े। इसी लक्ष्य के साथ रविवार को मीरारोड पूर्व के प्रतिष्ठित राहुल इंटरनेशनल स्कूल में अपना पूर्वांचल महासंघ का प्रथम राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया गया, जिसमें मुंबई, ठाणे, पुणे, नासिक के साथ ही पंजाब तथा देश के अन्य राज्यों के उद्योगपतियों ने शिरकत कर पूर्वांचल में उद्योग लगाने तथा विकास में अपना योगदान देने की प्रतिबद्धता जताई। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि तथा उत्तर प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह (मोती सिंह) ने अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विकास के पथ पर अग्रसर उत्तर प्रदेश में भयमुक्त वातावरण के निर्माण में योगी सरकार सफल रही है, जिसका नतीजा है कि न सिर्फ देश के, बल्कि विदेशों के उद्योगपतियों ने भी राज्य में अपने कल-कारखानों को स्थापित करने में दिलचस्पी दिखाई है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का हर जिला अपने आप में विशिष्टताओं से भरा पड़ा है, जिसका समुचित उपयोग करके रोजी-रोजगार के असीम अवसर पैदा किए जा सकते हैं। उन्होंने प्रवासी उद्योगपतियों का आह्वान करते हुए कहा कि आइए, हम सब मिलकर उत्तर प्रदेश, खासकर पूर्वांचल के विकास में सहभागी बनें। आपको सभी सुविधाएं मुहैया कराने के साथ ही सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी लेने को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार पूर्वांचल के विकास और संसाधनों पर भारी निवेश कर रही है। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि अगर पूर्वांचल को अलग राज्य बनाया गया, तो वह सबसे उन्नत राज्य होगा। अलग पूर्वांचल राज्य में विकास की असीम संभावनाएं है। राजभर ने दिल्ली से लखनऊ, लखनऊ से बलिया, लखनऊ से वाया वाराणसी गोरखपुर, वाराणसी-जौनपुर-अंबेडकर नगर-अयोध्या हायवे के निर्माण का जिक्र करते हुए कहा कि बुनियादी सुविधाओं के विकास पर योगी सरकार का बड़ा जोर है। यह योगी सरकार ही है जिसने तीन वर्षों के भीतर गांवों में 18 घंटे तथा किसानों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पूर्वांचल देश का सबसे समृद्ध क्षेत्र था, जो राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में आज विकास के दौड़ में सबसे पीछे है, जिसका खोया हुआ गौरव पुनः वापस लौटाने की कोशिश में हम पूरी ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं। अनिल राजभर ने कहा कि पावर और परिवहन पर हमारा विशेष फोकस है, जो उद्योगों के संचालन के लिए अहम है, साथ ही ब्यूरोक्रेसी उद्योगों के विकास में बाधा न बने, इसके प्रति भी हम सजग हैं। प्रतापगढ़ के पूर्व विधायक बृजेश मिश्र “सौरभ” ने भी प्रवासी उद्योगपतियों से आग्रह किया कि वे अपनी कर्मभूमि के साथ मातृभूमि के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने राहुल ग्रुप आफ एजूकेशन के संस्थापक चेयरमैन लल्लन आर तिवारी का उदाहरण देते हुए कहा कि इन्होंने न सिर्फ मुंबई बल्कि अपनी मातृभूमि चंदौली में भी शैक्षणिक संस्थानों का जाल बिछा रखा है। इनसे सभी को प्रेरणा लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दृढ इच्छाशक्ति से ही पूर्वांचल का विकास संभव है। पूर्वांचल में संसाधनों तथा मेहनतकश युवाओं की कोई कमी नहीं है, बस उसका सुनियोजित तरीके से उपयोग होना चाहिए। महाराष्ट्र राज्य के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह ने कहा कि पूर्वांचल के विकास के योगी आदित्यनाथ द्वारा सराहनीय कार्य हो रहा है, और यह समय पूर्वांचल की मिट्टी से जुड़े लोगों को एक सूत्र में पिरोकर पूर्वांचल के विकास करने का है। पूर्व राज्यमंत्री अमरजीत मिश्र ने मुंबई में उत्तर प्रदेश सरकार को एक आईएएस कैडर का निवासी आयुक्त को बैठना चाहिए, ताकि उद्योगपतियों को सिंगल विंडो क्लीयरेंस मिल सके। गोरखपुर के सांसद रवि किशन ने भी अपना सहयोग देने की बात कही। राहुल एजूकेशन ग्रुप के चेयरमैन लल्लन तिवारी ने भी पूर्वांचल के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता का वादा किया। पूर्व विधायक नरेंद्र मेहता ने कहा कि आपने अपने गांव में तथा वहां के लोगों के विकास के लिए क्या किया, यही सदियों तक याद किया जाता है, लिहाजा कर्मभूमि के साथ ही अपनी मातृभूमि के लिए भी योगदान बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल से मेरा अटूट नाता है, लिहाजा जरूरत होने पर मैं भी अपना भरपूर योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हूं।

शिवसेना के मीरा-भायंदर विधानसभा प्रमुख विक्रम प्रताप सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार विकास के तमाम कार्य कर रही है। हालात अभी भी यह हैं कि मुंबई आने वाली महानगरी समेत तमाम ट्रेनें अभी भी फुल हैं, जिनमें आरक्षण नहीं मिल पा रहा है। इस समस्या का हल तभी निकलेगा, जब पूर्वांचल के युवाओं को वहीं रोजगार मिलेगा। इस बाबत अभी भी गंभीर प्रयास करने की जरूरत है। कार्यक्रम के अंत मे उद्योगपतियों की बैठक भी हुई। इन सबके अलावा महासंघ के अध्यक्ष एड अशोक दुबे, महासचिव रवि शुक्ला, नवीन पांडे, शिक्षिका रंजना पांडे, रेखा चौबे ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर राहुल एजूकेशन ग्रुप के सेक्रेटरी राहुल एल तिवारी, वरिष्ठ भाजपा नेता जटाशंकर पांडे, बृजेश तिवारी, कांग्रेस के कोषाध्यक्ष संदीप शुक्ला, उद्योगपति मोतीराम तिवारी, पंकज मिश्रा, शिवसेना नेता सुरेश दुबे, शैलेष पांडे, उद्योगपति सूर्यमणि पांडे, राधेश्याम पांडे, संत कुमार पांडे, अमित कुमार पांडे (सभी कल्याण-डोंबिवली), दिनेश अग्रहरि (उल्लासनगर) समेत तमाम गणमान्य मौजूद थे। कार्यक्रम का आयोजन दो सत्रों में पूर्व हुआ जिसका प्रभावी संचालन वरिष्ठ साहित्यकार शिवपूजन पांडेय ने किया।

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