मुंबई : मुंबई सेंट्रल स्थित प्रसिद्ध वॉकहार्ट अस्पताल ने अपने मरीजों को गुणवत्तापूर्ण रोगी देखभाल प्रदान करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मिलेट से बने खाद्य पदार्थों को मरीजों के आहार में शामिल किया गया है। यह पहल सोडेक्सो के सहयोग से क्रियान्वित की जा रही है। इस पहल का नाम ‘आरोग्यम’ है और मकसद है कि मरीजों को दिया जाने वाला भोजन स्वास्थ्यवर्धक, पौष्टिक और स्वादिष्ट हो।
वॉकहार्ट अस्पताल मरीजों के आहार को लेकर लगातार जागरूक रहा है, और इसी जागरूकता को दिखाने के लिए अस्पताल ने मिलेट से बने खाद्य पदार्थों का एक फूड शो आयोजित किया। इससे पता चला कि मिलेट मरीज तंदुरुस्त होने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस फूड शो में सोडेक्सो के शेफ ने मिलेट से विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए। इस फूड शो में भाग लेने वाले पोषण विशेषज्ञों ने इन खाद्य पदार्थों के पोषण मूल्य के बारे में बताया। फूड शो में बनाए गए व्यंजन जितने स्वादिष्ट थे उतने ही पौष्टिक भी। मिलेट से बने खाद्य पदार्थ मरीजों को जल्दी ठीक होने में मदद करेंगे और कमजोरी से उबरकर उन्हें फिट बनाएंगे।
वॉकहार्ट हॉस्पिटल की मैनेजिंग डायरेक्टर ज़हाबिया खोराकीवाला का कहना है, कि “वॉकहार्ट हॉस्पिटल में हम यह मानते हैं अच्छी सेहत, अच्छे पोषण से ही मिल सकती है। हमें यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि मुंबई में हमारा हॉस्पिटल ऐसा पहला हॉस्पिटल है जहां मरीजों को मिलेट से बनी चीजें दी जाएंगी। मिलेट मे कई तरह के पोषक तत्व, विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं। हमारा यह कदम हमारी उस सोच के साथ मेल खाता है जिसमें हम मानते हैं कि हम सिर्फ़ चिकित्सा सेवा ही उपलब्ध नहीं कराते हैं बल्कि अच्छा स्वास्थ्य हासिल करने के लिए हर तरह से मदद करते हैं। ‘आरोग्यम’ अच्छी जीवनशैली को लेकर हमारी सोच को बताने वाला एक कदम है। यह कदम हमारे मरीजों के बेहतर स्वास्थ्य हासिल करने में मदद करता है”।
सोडेक्सो हेल्थ एंड केयर के डायरेक्टर शरद मिश्रा का कहना है, आज के समय में पोषण की ज़रूरतें क्या हैं और उन्हें किस तरह पूरा किया जा सकता है। हमने पाया कि पोषण के जरिए हम मरीजों को जल्दी ठीक करने और बेहतर स्वास्थ्य हासिल करने में मदद कर सकते हैं। इसी से हमें ‘आरोग्यम’ का आइडिया मिला। हमारा यह कार्यक्रम आयुर्वेद के सिद्धांतों से प्रेरणा लेकर बनाया गया है। भोजन बनाने के तरीकों से लेकर ताजी और प्राकृतिक सामग्री के उपयोग तक हम हर पहलू पर गौर करते हैं। इसके बाद, हमारे आहार विशेषज्ञ और रसोइयों की टीम की मदद से हम लोगों को उनकी ज़रूरत के मुताबिक पोषण उपलब्ध कराते हैं। इस तरह बेहतर पोषण के ज़रिए हम उत्तम स्वास्थ्य पाने में मरीजों की मदद करते हैं”।
मरीजों को ‘आरोग्यम’ पहल के तहत तैयार किए गए मिलेट से बने खाद्य पदार्थों को चुनने का विकल्प मिला है। इस पहल ने पारंपरिक आहार का एक विकल्प तैयार किया है और इससे अस्पताल में आहार में विविधता भी आई है। यह गतिविधि यह सुनिश्चित करने के लिए भी महत्वपूर्ण है कि भोजन पौष्टिक होने के साथ-साथ स्वादिष्ट भी हो।
वॉकहार्ट अस्पताल ने लगातार रोगी-केंद्रित दृष्टिकोण अपनाया है और यह अत्यंत महत्वपूर्ण पहल उसी का एक हिस्सा है। इस पहल ने मुंबई में स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित किया है। ‘आरोग्यम’ पहल वॉकहार्ट अस्पताल द्वारा अपनाई गई नवाचार, कल्याण और रोगी-प्रथम रणनीति को सुदृढ़ करने में मदद कर रही है। इस पहल ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र और पोषण संबंधी उत्कृष्टता में नए क्षितिज खोले है।