मुंबई/अमृतसर : गोल्डन सिटी अमृतसर में बुधवार को जी२० देशों की एजुकेशन वर्किंग ग्रुप की बैठक शुरू हुई। यह बैठक अमृतसर में खालसा कॉलेज और गुरु नानक देव विश्वविद्यालय में सेमिनार के साथ शुरू हुई। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इन शिक्षण संस्थानों के परिसरों के विभिन्न हॉल में सेमिनार आयोजित किए गए। पहले सत्र में एजुकेशन वर्किंग ग्रुप की बैठक उभरती और विघटनकारी प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान की शक्ति का उपयोग करने पर केंद्रित एक पैनल चर्चा के साथ शुरू हुई। पैनल के दौरान नवीन शिक्षण विधियों पर विचार-विमर्श किया गया जो विश्व स्तर पर बेहतर प्रथाओं और शिक्षा में नीतियों को तैयार करने में मदद कर सकती है।
इस अवसर पर जी२० प्रतिनिधियों ने पंजाब के लोक नर्तकों द्वारा प्रस्तुत सुंदर स्वागत नृत्य में शामिल होकर भारत की सांस्कृतिक समृद्धि को नजदीक से देखा। सत्र की अध्यक्षता आईआईटी रोपड़ के निदेशक प्रोफेसर राजीव आहूजा ने किया। पहले सत्र का आयोजन खालसा कॉलेज में किया गया जहां आईआईटी रोपड़ द्वारा अन्य प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थानों के सहयोग से ‘अनुसंधान को मजबूत करना और समृद्ध सहयोग के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा देना’ विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार के दौरान उभरती और विघटनकारी तकनीकों, उद्योग 4.0 और सतत विकास लक्ष्यों के बारे में चर्चा हुई। जबकि दूसरे सत्र में चर्चा समृद्ध सहयोग के साथ सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) में अनुसंधान जैसे मुद्दों पर केंद्रित थी।
संगोष्ठी के पहले सत्र में ऑस्ट्रेलिया, भारत, यूके और फ्रांस के प्रतिनिधियों और संगठनों ने हिस्सा लिया। वहीं संगोष्ठी के दूसरे सत्र में ओमान, यूनिसेफ, संयुक्त अरब अमीरात, चीन और दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधि और संगठन शामिल हुए। इस बीच, केंद्रीय सचिव (उच्च शिक्षा) के. संजय मूर्ति, बेंगलुरु स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. गोविंदन रंगराजन और आईआईटी रोपड़ के निदेशक उन प्रमुख लोगों में शामिल थे, जो खालसा कॉलेज में एक पैनल चर्चा में उपस्थित हुए। अमृतसर में एजुकेशन वर्किंग ग्रुप की यह बैठक 15 मार्च से 17 मार्च तक आयोजित की जाएगी। इसके अलावा श्रम पर L20 बैठक 19-20 मार्च के लिए निर्धारित है।