गांधीनगर: भारत की G-20 अध्यक्षता के अंतर्गत गुजरात के गांधीनगर में आज दूसरे दिन एनर्जी ट्रांजिशन कार्य समूह की बैठक हुई। बैठक के दूसरे दिन सभी प्रतिनिधि दुनिया भर में स्वच्छ ऊर्जा की पहुंच में सुधार लाने के उद्देश्य से विस्तृत रूप से चर्चा की। इस दौरान एनर्जी ट्रांजिशन मार्ग में सामर्थ्य और समावेशिता की आवश्यकता पर संवाद का आदान-प्रदान शुरू किया गया। बैठक के दौरान एक विस्तृत संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया जहां इस बात पर प्रकाश डाला गया कि कैसे ऊर्जा में वैश्विक बदलाव को सक्षम करने से वैश्विक स्थायी शीतलन में सहायता मिल सकती है। बैठक के बाद सभी प्रतिनिधियों ने मोढेरा सूर्यमंदिर का भी भ्रमण किया।
बैठक में छह प्रमुख एजेंडों को शामिल किया गया जिसमें प्रौद्योगिकी अंतराल को संबोधित करने के माध्यम से एनर्जी ट्रांजिशन, एनर्जी ट्रांजिशन के लिए कम लागत वाली वित्तपोषण, ऊर्जा सुरक्षा और विविध आपूर्ति श्रृंखला, ऊर्जा दक्षता, कम औद्योगिक कार्बन उत्सर्जन और जिम्मेदार खपत, भविष्य के लिए ईंधन और स्वच्छ ऊर्जा तक सार्वभौमिक पहुंच और न्यायसंगत, किफायती और समावेशी एनर्जी ट्रांजिशन मार्ग है।
इस बैठक के साथ-साथ दो और कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। पहला कार्यक्रम शीतलन प्रक्रिया को तेज करने और दूसरा कार्यक्रम विविध प्रकार की नवीकरणीय ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला के संबंध में आयोजित किया गया। इनका उद्देश्य एनर्जी ट्रांजिशन की सुविधा प्रदान करना और इसे आगे बढ़ाना है। इन क्षेत्रों में अब तक किए गए उपायों की सफलता के आधार पर मिली जानकारी को इन दोनों कार्यक्रमों के जरिए साझा किया गया ताकि उभरती अर्थव्यवस्थाओं में इनका उपयोग दोहराया जा सके। बैठक में ऊर्जा मंत्रालय के सचिव आलोक कुमार समेत G-20 सदस्य देशों, विशेष आमंत्रित देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लगभग 100 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
पहले एनर्जी ट्रांजिशन संबंधी कार्य समूह की पहली बैठक बेंगलुरु में 5 से 7 फरवरी तक हुई थी। इस कार्यसमूह की बैठक में एनर्जी ट्रांजिशन में प्रौद्योगिकी संबंधी कमियों, इस मामले में कम लागत वाली वित्तीय व्यवस्था, ऊर्जा सुरक्षा और विविध प्रकार की आपूर्ति श्रृंखलाओं, उद्योगों में कम कार्बन उत्सर्जन के लिए बदलाव तथा भविष्य के लिए ईंधन से संबंधित प्राथमिकताओं वाले क्षेत्रों पर चर्चा हुई थी। भारत की अध्यक्षता में स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन में वैश्विक सहयोग को आगे बढ़ाने और इसे सतत आर्थिक विकास के एजेंडे के लिए केंद्रीय बनाने के लिए चार ETWG बैठकें, विभिन्न साइड इवेंट और एक मंत्रिस्तरीय बैठक की योजना बनाई गई है।