मुंबई : नए जमाने के डिजिटल ई-मोबिलिटी उपभोक्ता ऋण प्लेटफॉर्म रेवफिन ने हाल ही में डेट में 100 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाई है। रेवफिन वित्तीय दायरे से बाहर और वंचित समूहों की जरूरतों को पूरा करने वाला प्लेटफॉर्म है। नॉर्दर्न आर्क, लिक्विलोन्स, ब्रिटिश परोपकारी संस्था शेल फाउंडेशन और अन्य के नेतृत्व में संपन्न हुए इस फंडिंग राउंड से रेवफिन को असम, एमपी, राजस्थान और पंजाब जैसे नए राज्यों में ई-रिक्शा के लिए वित्त मुहैया कराए जाने के व्यवसायों का विस्तार करने में मदद मिलेगी।
दिल्ली स्थित कंपनी की योजना यूपी, बिहार, उत्तराखंड और झारखंड में अपनी मौजूदा बाजार हिस्सेदारी 20% से अधिक बढ़ाने की है। यह फंड देश में गैर-बैंकिंग और कम सेवा वाले लोगों के बीच ईवी समाधानों को अपनाने में तेजी लाएगा। जुटाई गई पूंजी का इस्तेमाल ई-कॉमर्स डिलीवरी के लिए दोपहिया वाहनों (2 व्हीलर्स) के वित्तपोषण और पट्टे पर देने के मामले में किया जाएगा।
रेवफिन के संस्थापक और सीईओ समीर अग्रवाल ने कहा, “नवीनतम फंड्स से हमें संरचित तरीके से ईवी वित्तपोषण क्षेत्र में कई बाधाओं को दूर करने और रेवफिन को भारत में एक बाजार-अग्रणी ईवी फाइनेंसर के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी। कर्ज के मासिक वितरण में 5 गुना से अधिक की वृद्धि के बाद हमने सभी प्रमुख ई-रिक्शा ओईएम के साथ साझेदारी की है और अपनी अगले दौर की पूंजी जुटाने को आगे लाने की भी योजना बना रहे हैं। ”
नॉर्दर्न आर्क कैपिटल के मुख्य परिचालन अधिकारी बामा बालकृष्णन ने कहा, “नॉर्दर्न आर्क ने हमेशा अपनी साझेदारी के माध्यम से स्थायी प्रभाव पैदा करने में विश्वास किया है। हम इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के वित्तपोषण के लिए रेवफिन के साथ साझेदारी करके खुश हैं। यह एक तेजी से विकसित होने वाला खंड है जो कार्बन उत्सर्जन को कम करने और सतत् विकास की ओर ले जाने में मदद कर सकता है।”