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Koo App और फोर्टिस नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम ने परीक्षा के तनाव पर काबू पाने के लिए लॉन्च किया #ExamBuddy

परीक्षाओं से संबंधित छात्रों की सभी चिंताओं को दूर करने के लिए #ExamBuddy को मूल भाषाओं में पेश किया जाएगा

दिल्ली : छात्रों को परीक्षा के तनाव से मुक्ति दिलाने और उनकी बढ़ती चिंता को सुलझाने में मदद करने के लिए भारत के बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo App ने फोर्टिस हेल्थकेयर के नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम के तहत संयुक्त रूप से एक विशेष पहल की है। इसके अंतर्गत 26 से 29 नवंबर 2021 तक रात 8 से 9 बजे के बीच चार दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसे विशेष रूप से छात्रों और अभिभावकों के लिए आयोजित किया गया है और इस दौरान आपसी विचार-विमर्श किया जाएगा। लाइव सेशन और ‘आस्क मी ऐनीथिंग’ का संचालन फोर्टिस नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम के निदेशक डॉ. समीर पारिख के मार्गदर्शन में मनोचिकित्सकों और मनोवैज्ञानिकों की एक विशेषज्ञ टीम द्वारा कई भारतीय भाषाओं में किया जाएगा। मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं से पहले परीक्षा से संबंधित योग्यता विकसित करने और परीक्षा से संबंधित तनाव को दूर करने के साथ-साथ अध्ययन कौशल विकसित करने के बारे में बहुत आवश्यक जानकारी और सहायता प्रदान करेगी।

#ExamBuddy नामक यह मुहिम हिंदी, तेलुगू, तमिल, गुजराती, मराठी, बंगाली और कन्नड़ समेत कई भाषाओं में उपलब्ध होगी और इससे देशभर के Koo यूजर्स को लाभ होगा। अभिव्यक्ति के मेड-इन-इंडिया प्लेटफॉर्म Koo App के यूजर्स फोर्टिस के विशेषज्ञों के साथ जुड़कर बोर्ड एग्जाम से पहले और परीक्षा के दौरान तनाव से मजबूती से निपटने के लिए महत्वपूर्ण गहन जानकारी हासिल कर सकेंगे। Koo App गूगल मीट के जरिए चर्चा की सुविधा देगा।

परीक्षा से संबंधित तनाव का मजबूती से मुकाबला करने की सख्त जरूरत और इस मुहिम के बारे में बताते हुए Koo के प्रवक्ता ने कहा, “एक नए मंच के रूप में Koo App कई मूल भारतीय भाषाओं में विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर लोगों के बीच बात-चीत को बढ़ावा देता है। परीक्षा से संबंधित तनाव का मुद्दा लगभग हर छात्र और उनके माता-पिता से जुड़ा होता है। इस प्रकार, देसी भाषाओं के विशेषज्ञों के साथ एक खुली बातचीत छात्रों और अभिभावकों को अपने तनाव के स्तर को बेहतर ढंग प्रबंधित करने में मदद कर सकती है। हमारा मानना ​​है कि एक खुशहाल भारत के निर्माण में मदद के लिए तनाव प्रबंधन और परीक्षा के डर से निपटने जैसे प्रमुख मुद्दों पर अपनी राय साझा करने में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।”

फोर्टिस हेल्थकेयर के फोर्टिस नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम के निदेशक डॉ. समीर पारिख ने बताया, “हर साल बड़ी संख्या में छात्र और उनके माता-पिता काफी तनाव का अनुभव करते हैं और ये परीक्षाओं के दबाव के कारण बनता है। बातचीत के माध्यम से जो पता चलता है उस पर बात करना और अपनी बात को खुल कर बताना हमेशा बेहतर होता है। छात्रों और उनके माता-पिता को वैज्ञानिक आधार वाले सही टूल्स और उपाय बताना उनकी चिंता को कम करने और सही स्तर पर अभिव्यक्त करने में उनकी मदद करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह जरुरी है कि परीक्षा को छात्रों को जरुरी तरीके सिखाने के लिए एक व्यवस्था के रूप में देखा जाए, न कि केवल नंबर लाने की एक प्रक्रिया के रूप में।”

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